Hardoi News: मोबाइल के सहारे मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं, सीटी स्कैन मशीन का प्रिंटर खराब, मरीज परेशान

Hardoi News: ब्लड टेस्ट मशीन भी खराब हो गई, जिसके बाद अब एक बार फिर मेडिकल कॉलेज में लगी सिटी स्कैन मशीन खराब हो गई है, जिसके चलते मरीज एक मोबाइल पर रिपोर्ट लेने को मजबूर हैं

Pulkit Sharma
Published on: 22 May 2024 10:44 AM GMT
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Hardoi News: प्रदेश के हरदोई जनपद का मेडिकल कॉलेज बनने के बाद से ही लगातार अव्यवस्थाओं के चलते सुर्खियों में है। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि अब उनको बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी, साथ ही उनकी जेब पर पड़ने वाला खर्च भी कम हो जाएगा और उन्हें लखनऊ की दौड़ भी नहीं लगानी पड़ेगी, लेकिन मेडिकल कॉलेज लगातार अपनी सुविधाओं को लेकर चर्चाओं में है।हरदोई मेडिकल कॉलेज में मरीजों को राहत देने के लिए लगातार अत्याधुनिक मशीनों को लगाया जा रहा है, लेकिन इन मशीनों की देख-रेख न होने के चलते ये ठप पड़ी हुई हैं। कुछ महीने पूर्व हरदोई में लगी एक्स-रे मशीन खराब हो गई थी, जिससे लोगों को एक्स-रे के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी की ओर रुख करना पड़ रहा था। साथ ही मोबाइल पर लोगों को एक्स-रे लेना पड़ रहा था। वहीं ब्लड टेस्ट मशीन भी खराब हो गई, जिसके बाद अब एक बार फिर मेडिकल कॉलेज में लगी सिटी स्कैन मशीन खराब हो गई है, जिसके चलते मरीज एक बार फिर मोबाइल पर रिपोर्ट लेने को मजबूर हैं।

11 मई से खराब है सिटी स्कैन मशीन

हरदोई के मेडिकल कॉलेज में लगी सिटी स्कैन मशीन 11 मई से खराब पड़ी है। यह मशीन अब तक ठीक नहीं हो सकी है। सीटी स्कैन मशीन से मिलने वाली फिल्म मरीजों या उनके तीमारदारों को नहीं मिल पा रही है। मरीजों व उनके तीमारदारों को सीटी स्कैन के बाद रिपोर्ट मोबाइल पर फोटो खींचकर लेनी पड़ रही है। यदि किसी मरीज़ या तीमारदार के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है, उसको यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। हरदोई मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन 100 से 150 मरीज का सीटी स्कैन होता है। ऐसे में 11 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सिटी स्कैन मशीन ठीक ना होने से मरीज और उनके तीमारदारों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वहीं फिल्म के लिए भी भटकना पड़ रहा है।

जल्द समस्या का होगा निस्तारण

दरअसल 11 मई की रात में बिजली की लगातार हुई आवाजाही से सीटी स्कैन मशीन के सॉफ्टवेयर में खराबी आ गई और तब से प्रिंटर ने काम करना बंद कर दिया, जिसके बाद से अब तक प्रिंटर सही नहीं हो सका है। वहीं सीटी स्कैन तो टेक्नीशियन कर दे रहे हैं, लेकिन उसकी फिल्म नहीं दे पा रहे हैं। मोबाइल फोन के सहारे डॉक्टर सीटी स्कैन रिपोर्ट देखकर दवाई देने को मजबूर हैं।मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य देश दीपक ने बताया कि समस्या का निस्तारण कराये जाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है जल्दी समस्या का निराकरण हो जाएगा।

Shalini singh

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