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Drivers Strike: दो दिन से निजी बस व ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर, लोगों की बढ़ी मुश्किलें
Hardoi Driver Strike: जनपद में मंगलवार सुबह कई स्थानों पर प्राइवेट बस व ट्रक यूनियन द्वारा जाम लगाया गया। प्राइवेट वाहनों को खड़ा करके यात्रियों व सरकारी बसों को चलने नहीं दिया जा रहा था।
Hardoi News: सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में जोड़े गए नए कानून के विरोध में प्रदेश भर में प्राइवेट बस व ट्रक यूनियन हड़ताल पर है। एक से लेकर 30 जनवरी तक यूनियन ने हड़ताल का आवाहन किया हुआ है। प्रदेश में 1 और 2 जनवरी को प्राइवेट बस व ट्रक संचालित नहीं हुए हैं। साथ ही यूनियन द्वारा कई स्थानों पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जनपद में मंगलवार सुबह कई स्थानों पर प्राइवेट बस व ट्रक यूनियन द्वारा जाम लगाया गया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के बस अड्डे पर आज प्राइवेट वाहनों को खड़ा करके यात्रियों व सरकारी बसों को चलने नहीं दिया जा रहा था। इसके बाद मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, क्षेत्राधिकार सदर, शहर कोतवाल के समेत भारी पुलिस बल ने समझा बुझाकर यूनियन को रोडवेज बस अड्डे को खाली कराया। इसके बाद यूनियन द्वारा शहर के हरदोई लखनऊ राजमार्ग स्थित लखनऊ चुंगी पर जाम लगाकर लाए जा रहे कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
जानकारी मिलते ही मौके पर लखनऊ चुंगी चौकी पुलिस पहुंची और प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी को हटाया। एक और जहां सरकार द्वारा लाए जा रहे कानून के चलते बस व ट्रक यूनियन हड़ताल पर है वही आने जाने वाले यात्रियों को भी काफी असुविधा हो रही है। जनपद में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां ट्रेनों का संचालन नहीं है। ऐसे में इन स्थानों पर जाने के लिए लोग सरकारी व प्राइवेट बसों के अधीन है। ऐसे में प्राइवेट बस न चलने से लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
30 जनवरी तक हड़ताल का आवाहन
सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन करते हुए रोडवेज के मामले में 10 लाख रुपए जुर्माना व 7 साल से अधिक की सजा का प्रावधान किया है।इस प्रावधान में रोडरेज की घटना होने पर ड्राइवर की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित है। इसी के विरोध में प्राइवेट बस व ट्रक यूनियन प्रदेश भर में हड़ताल पर है। यह हड़ताल 1 जनवरी से 30 जनवरी तक जारी रहेगी। हालांकि 24 घंटे से अधिक यूनियन की हड़ताल पर रहने से सरकार व शासन में हड़कंप मच गया है।
शासन द्वारा प्रदेश भर की यूनियन के साथ बैठकर वार्तालाप करने के निर्देश सभी जिलाधिकारी को दिए हैं। शासन की ओर से जारी आदेशों में बताया गया है कि अभी नया कानून लागू नहीं हुआ है। नए कानून को लागू करने पर इसे परिभाषित किया जा सकेगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिलाधिकारी के साथ यूनियन की होने वाली बैठक कितनी कारगर साबित होती है। क्या प्राइवेट बस व ट्रक यूनियन अपनी हड़ताल वापस लेगा या हड़ताल अभी फिलहाल जारी रहेगी यह बैठक के बाद ही साफ हो सकेगा।