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Hardoi News: इस तीर्थ पर स्नान करने पहुंचे थे भगवान श्री राम, जानें कहां और क्या है मान्यता
Hardoi News: हजारों वर्ष पूर्व जब भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था तब उन्हें ब्रह्म हत्या का दोष लग गया था। उस हत्या के पाप को मिटाने के लिए भगवान राम हरदोई के हत्या हरण तीर्थ पहुंचे थे
Hardoi News: सोमवार अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। ऐसे में चारों ओर एक उत्सव का माहौल देखने को मिल रहा है। लोगों के अंदर भगवान राम को लेकर श्रद्धा भाव का सैलाब उमड़ा हुआ है। चारों ओर सनातन का झंडा फहरा रहा है। हर कोई भगवान राम के आगमन की तैयारी में लगा हुआ है। शहर से लेकर क़स्बों तक लोग मंदिर की साफ सफाई के साथ भगवान राम को लेकर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। हर किसी को 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार है। हर कोई इस दिन को अपने ही तरीके से मनाना चाहता है। इसी के साथ प्रत्येक जनपद से भगवान राम को लेकर कोई ना कोई खबरें सामने आती रहती हैं। ऐसे ही हरदोई जनपद से भी भगवान राम को लेकर एक जानकारी सामने आई है। राम जानकी मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान राम हरदोई जनपद भी आए थे। यहां भगवान राम ने ब्रह्म हत्या का पाप को मिटाया किया था।
रावण वध के बाद थे पहुँचे प्रभु श्रीराम
हरदोई जनपद की संडीला तहसील में नैमिषारण्य परिक्रमा क्षेत्र में स्थित ब्रह्म हत्या हरण तीर्थ सरोवर जहां हजारों वर्ष पूर्व जब भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था तब उन्हें ब्रह्म हत्या का दोष लग गया था। उस हत्या के पाप को मिटाने के लिए भगवान राम हरदोई के हत्या हरण तीर्थ पहुंचे थे, जहां उन्होंने सरोवर में स्नान कर अपने ब्रह्म हत्या के पाप को मिटाया था। इस सरोवर को लेकर मानता है कि यहां मां पार्वती के साथ भगवान शिव एकांत की खोज में निकले थे और इस क्षेत्र में विहार करते हुए एक जंगल में जा पहुंचे जहां पर भगवान शिव ने तपस्या कि। तपस्या के दौरान माता पार्वती को प्यास लगी। जंगल में एक कमंडल जल दिया।
कमंडल में शेष बचे जल को मां पार्वती ने जमीन पर ही गिरा दिया था। इस पवित्र जल से वहां एक कुंड का निर्माण हुआ और जाते वक्त भगवान शंकर ने इस स्थान का नाम प्रभास्कर क्षेत्र रखा है। त्रेता युग में इस स्थान का नाम हत्या हरण कहा जाता है क्योंकि यहां स्नान करने से हत्या तक का पाप नष्ट हो जाता है। यहां पर ऐसी मान्यता है कि भगवान राम का एक बार नाम लेने से हजारों नाम का लाभ मिलता है। तब से आज तक लोग यहां पर पावन तीर्थ पर आकर हत्या गौ हत्या एवं अन्य पापों से मुक्ति पा रहे हैं।