TRENDING TAGS :
Hardoi News: मंत्री की फटकार के बाद भी नहीं सुधरे हालात, टॉर्च में लगाई विगो तो बाहर से लिखी दवाई
Hardoi News: प्रभारी मंत्री यहां तक कह गए कि इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री से कार्रवाई भी करायेंगे लेकिन अच्छी पहुंच रखने वाले हरदोई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
Hardoi News: हरदोई का प्रशासनिक अमला है कि सुधरने का नाम ही नहीं लेता। हरदोई के मेडिकल कॉलेज में मंत्री की फटकार और 3 घंटे में रिपोर्ट मांगे जाने के बाद भी हरदोई का मेडिकल कॉलेज सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। हरदोई के मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टरों की कार्यशैली में मंत्री की नाराजगी के बाद भी कोई बदलाव देखने को नहीं मिला।
हरदोई के मेडिकल कॉलेज स्थित पेडियाट्रिक वार्ड में भर्ती मरीजों में से एक बच्चे के तीमारदार को बुधवार को भी बाहर से दवा लाने के लिए चिकित्सकों ने लिख दिया जबकि मंगलवार को हरदोई के प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और बाहर से दवा और जांच लिखे जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से 3 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। प्रभारी मंत्री के सामने हरदोई मेडिकल कॉलेज की कलई खुल गई थी। प्रभारी मंत्री यहां तक कह गए कि इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री से कार्रवाई भी करायेंगे लेकिन अच्छी पहुंच रखने वाले हरदोई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
आलम तो यह है कि मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार पेडियाट्रिक वार्ड में बच्चों की जान के साथ भी खिलवाड़ करने में कोई परहेज नहीं रख रहे हैं। पेडियाट्रिक वार्ड में मोबाइल टॉर्च की रोशनी के सहारे बच्चों को विगो लगाई जा रही है। प्रभारी मंत्री के निरीक्षण के बाद क्षेत्र के व जनपद के लोगों को उम्मीद थी कि अब मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं सुधारेंगी और लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगे लेकिन लोगों की उम्मीदें सिर्फ उम्मीद बनकर रह गई 24 घंटे में ही मंत्री की फटकार का असर जिम्मेदारों से खत्म हो गया।
सही से वीगो भी नहीं लगा पा रहे कर्मचारी
हरदोई मेडिकल कॉलेज में अहिरोरी के गरौदा निवासी रोहित अपने लगभग आठ माह के बच्चे को इलाज के लिए बुधवार को लेकर हरदोई मेडिकल कॉलेज के पेडियाट्रिक वार्ड में पहुंचे थे जहां पर जिम्मेदारों ने बच्चों का इलाज बेड पर ना करके बेंच पर ही करना शुरू कर दिया।मोबाइल टॉर्च की रोशनी में बच्चे को विगो लगते हुए नजर आया यही नहीं स्वास्थ्य विभाग में तैनात कर्मचारी बच्चे के हाथ में सही से वीगो तक नहीं लगा पा रहे थे। ऐसे में वीगो को बार-बार निकालने और लगाने में बच्चे के हाथ में कई स्थान पर निशान बन गए। हरदोई मेडिकल कॉलेज के पेडियाट्रिक वार्ड में मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। यहां पर स्टाफ तो एसी में बैठता है लेकिन मरीजों के लिए समुचित पंखे तक नहीं चल रहे हैं।
पेडियाट्रिक वार्ड में भर्ती बच्चों के तीमारदार हाथ से पंखा करते नजर आ रहे हैं। हरदोई मेडिकल कॉलेज के पेडियाट्रिक वार्ड में बदलते मौसम के साथ बच्चों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में पीडियाट्रिक वार्ड में बेड तक की व्यवस्थाएं नहीं है।बुधवार को करीब 15 बच्चे पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती थे जबकि बेड सिर्फ 10 को ही उपलब्ध हो पाया था। ऐसे में अन्य बच्चों का इलाज बेंच पर किया जा रहा है।जहां पर बच्चों के पर्याप्त लेटने की व्यवस्था तक नहीं है और ना ही उनके इमानदारो की बैठने की व्यवस्था है।इस मामले में सीएमएस डॉक्टर के के वर्मा ने कहा कि दवाओं का जो मामला है उसमें संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण लिया जा रहा है। अगर कभी भी कोई मामला सामने आता है तो कार्रवाई की जाएगी। वार्ड में एसी व पंखा ना चलने के बारे में जांच की जाएगी।बेड की कम संख्या को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था जल्द की जाएगी।