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Hardoi: ग़लत परमिट पर चल रही थी स्लीपर बस, सवार थी सौ सवारी, हादसे में हुई थी एक की मौत
Hardoi: टडियावा थाना क्षेत्र के इटौली पुल के पास एक स्लीपर बस ने सड़क किनारे खड़े ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी थी। इस हादसे में ट्रक के क्लीनर की मौके पर ही मौत हो गई थी।
Hardoi News: जिले में बुधवार को स्लीपर बस ट्रक के बीच हुए हादसे में एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक बार फिर अवैध तरीके से स्लीपर बस सवारियों को ले जाते हुए हादसे का शिकार हो गई। स्लीपर बस हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी जबकि तीन लोग घायल हुए थे। बस में 100 से अधिक सवारियां बैठी हुई थी जबकि बस की क्षमता काफी कम थी लेकिन सारे मानकों और मापदंडों को दरकिनार कर जनपद में स्लीपर बस अवैध तरीके से जमकर संचालित हो रही हैं।
इन बसों को रोकने के लिए पुलिस से लेकर उप संभागीय परिवहन विभाग तक कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। शासन के आदेश के बाद भी उपसंभागीय परिवहन विभाग आंख मूंद कर बैठा हुआ है। जांच और अभियान के नाम पर विभाग केवल खाना पूर्ति करने का कार्य कर रहा है जबकि स्लीपर बसों की जानकारी क्षेत्र के सभी लोगों को है कि किस प्रकार से अवैध तरीके से बसों का संचालन किया जाता है।
स्टूल डालकर बैठाई गई थी सवारी
हरदोई के टडियावा थाना क्षेत्र के इटौली पुल के पास एक स्लीपर बस ने सड़क किनारे खड़े ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी थी। इस हादसे में ट्रक के क्लीनर की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि बस में सवाल तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। स्लीपर बस के हुए हादसे में उप संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारी के मुताबिक बस में 12 सवारियों के लेटने और 25 सवारियों को बैठाने की क्षमता थी। जांच के दौरान बस के नंबर से यह जानकारी निकल कर सामने आई है वहीं प्रत्याशियों के मुताबिक बस में सवार करीब 100 लोग थे।
प्रत्येक सीट पर तीन से चार लोग बैठे हुए थे यही नहीं बस में स्टूल भी डाल रखे थे जिन पर सवारियां बैठाई जा रही थी। अब सवाल उठता है की यह बस संडीला से पानीपत जा रहे थी हैरत की बात यह है कि संडीला से लेकर इटौली पुल के पास तक किसी भी जिम्मेदार ने बस को नहीं रोका और ना ही इस बस की कोई जांच की। उप संभागीय परिवहन विभाग की जांच में यह भी निकलकर सामने आया है कि हादसे वाली स्लीपर बस भी अवैध रूप से संचालित हो रही थी।
इस बस के पास फुटकर यात्रियों को ले जाने का परमिट नहीं था यह बस टूरिस्ट परमिट पर संचालित की जा रही थी।हरदोई में अवैध स्लीपर बस से लेकर सामान्य बसों तक का बड़ा जाल फैला हुआ है। इस जाल में कई राजनीतिक दल से संरक्षण प्राप्त लोगों की भागीदारी है जिस वजह से पुलिस से लेकर उपसंभागीय परिवहन विभाग के अधिकारी तक हाथ डालने से बचते नजर आते हैं।