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Hardoi News: कार्यरत और पूर्व सैनिक अब एप के माध्यम से कर सकेंगे शिकायत, मुख्यमंत्री स्वयं करेंगे समीक्षा
Hardoi News: सैनिकों व पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए एनआईसी के माध्यम से अपने विभागीय वेबसाइट एसकेपीएन पर एक आईजीआरएस का मोबाइल ऐप पर उपलब्ध करा दिया गया है।
Hardoi News: हम सबकी रक्षा के लिए हमारे सैनिक देश की सीमाओं पर मुस्तैदी के साथ खड़े रहते हैं। आज हम और आप आराम से अपना जीवन व्यापन कर रहे हैं। उसका श्रेय हमारे देश के वीर सैनिकों को जाता है। हमारे देश के वीर सैनिक देश की व हम सब की रक्षा को लेकर अपनी जान न्योछावर कर देते हैं। देश में जब कभी भी कोई आपदा आती है तो हमारे देश के सैनिकों को बचाव के लिए बुलाया जाता है। सैनिक भी एक इंसान है और उसका भी परिवार हैं देश के कोने-कोने से सैनिक देश की सेवा के लिए जाते हैं लेकिन जब इन सैनिक सेवानिवृत हो जाते हैं या फिर सरहद पर मौजूद किसी सैनिक के परिवार को कोई समस्या आती है तब इन सैनिकों की सुनवाई नहीं होती है।
26 जनवरी, 15 अगस्त को हमारे देश के वीर सैनिकों के बलिदान को हम सब याद करते हैं लेकिन जब एक सैनिक का परिवार मुश्किलों में होता है तब उसको शासन प्रशासन की ओर से सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं।हरदोई जनपद में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां देश की रक्षा कर रहे सैनिकों की भूमि भू माफियाओं ने कब्जा दी व भू माफिया द्वारा सैनिक के परिवार को प्रताड़ित भी किया गया।सैनिक छुट्टी लेकर आया और प्रशासन के चक्कर काटता रहा लेकिन प्रशासन से लेकर पुलिस तक ने उसकी कोई भी मदद नहीं की। एक नहीं प्रदेश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां सैनिकों का शोषण भी हुआ है। ऐसा ही मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने सैनिकों की शिकायतों के तत्काल निस्तारण के लिए एक ऐप लॉन्च किया है इसके माध्यम से सैनिक कहीं से भी अपनी शिकायत इस ऐप पर दर्ज करा सकते हैं। स्वयं मुख्यमंत्री इस एप पर होने वाली शिकायतों की समीक्षा करते रहेंगे। उत्तर प्रदेश में लांच हुई सैनिकों की शिकायतों के निस्तारण के लिए एप से अब उत्तर प्रदेश के निवासी सैनिक कहीं से भी अपनी शिकायतें इस ऐप पर दर्ज कराकर निस्तारण करा सकेंगे।
जनपद के छह लाख सैनिकों व पूर्व सैनिकों को मिलेगा लाभ
जनपद में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्विकास कार्यालय तो स्थापित है।लेकिन फिर भी विभागीय कार्यालय की दौड़ लगाकर सैनिक व पूर्व सैनिकों को निराशा ही हाथ लगती है लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की पहल पर सरहद पर मौजूद सैनिकों को दौड़ नहीं लगानी होगी।सरहद पर मौजूद सैनिक व उनके परिवार समेत सेवानिवृत्ति सैनिकों के लिए सैनिक कल्याण पुनर्वास कार्यालय द्वारा एक जनसुनवाई ऐप को लांच किया जा रहा है।इस ऐप की मदद से सैनिक व पूर्व सैनिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। शिकायत मिलने के बाद समय से संबंधित विभाग को उसका निस्तारण भी करना होगा।जनसुनवाई एप की समीक्षा स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय-समय पर करेंगे। इस एप से जनपद के करीब 6 लाख सैनिकों को मदद मिलेगी। इस ऐप को तैयार करने योजना का मसौदा राज्यपाल व मुख्यमंत्री की बैठक में तैयार किया गया था।
सैनिकों व पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए एनआईसी के माध्यम से अपने विभागीय वेबसाइट एसकेपीएन डॉट यूपी डॉट जीओवी डॉट इन पर एक आईजीआरएस का मोबाइल ऐप पर उपलब्ध करा दिया गया है। ब्रिगेडियर द्वारा सैनिकों व पूर्व सैनिकों के लिए जारी हुई एप के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी देना और उन्हें जागरूक करने के निर्देश जारी किए हैं।जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल ओपी मिश्रा ने कहा कि निश्चित रूप से सैनिकों को इस ऐप की मदद से काफी सुविधा मिलेगी। पूर्व सैनिक व सेवानिवृत सैनिकों को एप के बारे में जागरूक करके जानकारी दी जाएगी।