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Hardoi news: कासिमपुर SO निलंबित, मज़दूर के परिजनों के शव रखकर प्रदर्शन के बाद एसपी का एक्शन
Hardoi News: हरदोई पुलिस अधीक्षक लगातार कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अपने कर्तव्यों में शिथिलता बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Hardoi News: हरदोई में पुलिस अधीक्षक ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। मामला 8 सितंबर की रात कासिमपुर थाना क्षेत्र के महमूदपुर घतिगड़ा गांव का है। जहां दो पक्षों के बीच हुए विवाद में एक मजदूर की मौत हो गई थी। मौत का आरोप ग्राम प्रधान पर था। पीड़ितों का आरोप था कि पुलिस इस प्रकरण में अभियोग पंजीकृत नहीं कर रही है और सुलह समझौते का दबाव बना रही है। इससे नाराज होकर मृतक के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक आवास के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया था। इस मामले में बीती देर रात पुलिस अधीक्षक ने कासिमपुर थानाध्यक्ष राम लखन को निलंबित कर दिया है।
हरदोई पुलिस अधीक्षक लगातार कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अपने कर्तव्यों में शिथिलता बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बीती देर रात दो निरीक्षक व 15 उप निरीक्षक के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया हैं। पुलिस अधीक्षक ने कासिमपुर थाना अध्यक्ष राम लखन को निलंबित करने के बाद वरिष्ठ उप निरीक्षक थाना कोतवाली शहर में तैनात अनिल कुमार सिंह को कासिमपुर थाने की कमान सौंप दी है।
पुलिस पर था सुलह का दवाब बनाने का आरोप
पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन न्याय और इंसाफ के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में पुलिस अधीक्षक के घर के बाहर शव रखकर हुए प्रदर्शन में जो आरोप पुलिस पर लगे थे उसमें कासिमपुर थाना अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही थी, साथ ही पुलिस अधीक्षक की ओर से निलंबन की कार्रवाई भी हो होगी, यह भी माना जा रहा था। मृतक के परिजनों का कासिमपुर थाना अध्यक्ष पर आरोप था कि प्रधान के दबाव में पुलिस ने उनकी एफ़आइआर नहीं दर्ज की और उन पर सुलह बनाने का दवाब बना रहे थे। पुलिस अधीक्षक में इस प्रकरण में एफ़आइआर दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। हरदोई पुलिस पर पहले भी कई बार राजनीतिक दवाब में सुलह समझौता करने व पीड़ित को डराने धमकाने के आरोप लगते आ रहे हैं। पुलिस अधीक्षक की इस कार्यवाही से महकमे में हड़कंप की स्थिति देखने को मिल रही है। पुलिस अधीक्षक कई बार पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कह चुके हैं कि कार्य में शिथिलता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी जो भी कार्य में शिथिलता बरतेगा उस पर सबसे सख्त कार्यवाही की जाएगी।