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Hardoi: दोगुनी हुई गोवंशों की संख्या, सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों ने बढ़़ाई चिंता

Hardoi: जिले में शासन और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी आवारा गोवंशों पर रोक नहीं लग पा रही है। शासन की ओर से सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थल भिजवाने के निर्देश दिए गए थे।

Pulkit Sharma
Published on: 9 March 2024 2:31 PM IST
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हरदोई में सड़कों पर आवारा घूम रहे मवेशियों ने बढ़ायी लोगों की चिंता (न्यूजट्रैक)

Hardoi News: जिले में शासन और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी आवारा गोवंशों पर रोक नहीं लग पा रही है। शासन की ओर से सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थल भिजवाने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही इसके लिए एक तय समय सीमा भी निर्धारित की गई थी। शासन की ओर से सभी जनपदों के जिलाधिकारी को इस बावत निर्देशित किया गया था। हरदोई में शासन से प्राप्त निर्देशों पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करना शुरू किया और कागजों में हजारों की संख्या में सड़क पर घूम रहे आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थल भिजवाने का दावा किया गया लेकिन धरातल पर जिला प्रशासन के दावे उलट है। गांव की बात तो छोड़िए हरदोई शहर से अभी तक आवारा गोवंशों को पशु आहार स्थल नहीं भिजवाया जा सका है। शहर के रेलवे गंज, लखनऊ चुंगी, बावन चुंगी, सर्कुलर रोड समेत कई अन्य स्थान है जहां आपको आवारा गोवंश सड़कों पर टहलते मिल जाएंगे। हाल यह है कि दिन पर दिन इन आवारा गोवंशों की संख्या भी बढ़ती जा रही है जो कि अब चिंता का विषय बन गई है।

69 हज़ार के पार पहुँची संख्या

सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश की संख्या पिछले साल की तुलना में इस वर्ष दोगुनी हो गई है जो की काफी चिंता का विषय है।सड़कों पर आए दिन आवारा गोवंशों के टहलने से हादसे भी हो रहे हैं जिनमें कई लोग गंभीर रूप से घायल तक हो जा रहे हैं।जिला प्रशासन के धरातल पर सारे दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। हरदोई जनपद में आवारा गोवंशों की संख्या 69000 के पार पहुंच चुकी है जो की काफी चिंता की बात है।

हरदोई जनपद में कई ग्राम सभाओं में पशु आश्रय स्थल बनवाए गए हैं जिसने रहने वाले पशुओं की देखरेख का जिम्मा ब्लॉक के बीडीओ, पशु चिकित्सा अधिकारी, प्रधान व सचिव का है लेकिन अधिकांश पशु आश्रय स्थल अपनी बदहाली के आंसू बहा रही हैं जिम्मेदारों द्वारा जिलाधिकारी के निर्देश पर कई बार आवारा गोवंशों को पड़कर पशु आश्रय स्थल भेजा गया लेकिन व्यवस्थाओं के चलते आश्रय स्थल पहुंचे मवेशी वापस शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार सिंह ने कहा कि जिले में गौ संरक्षण का कार्य निरंतर जारी है। पिछले साल की अपेक्षा इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। सभी आश्रय स्थलों में गोवंशों की सुरक्षा से लेकर उनके खाने पीने के लिए पूरा ख्याल रखा जा रहा है। खुद जांच करके संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी किया जा रहा है।



Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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