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हाथरस पर बड़ी खबर:पीड़िता के घर आया रजिस्टर, इसमें होगा ये सब ब्यौरा
इन कर्मियों की निगरानी के लिए एक राजपत्रित अधिकारी भी तैनात किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीड़ित के घर की निगरानी दौर में की जाएगी।
लखनऊ पिछले दिनों हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुए बलात्कार के बाद जिस तरह से प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों से भी चलकर राजनेता पीडिता के घर पहुंचे थें और कई नेताओं को रोका गया। यहां तक कि कई बार तो लाठीचार्ज भी किया गया लेकिर अब स्थानीय प्रषासन ने ऐसी व्यवस्था की है कि कोई भी व्यक्ति पीडिता के परिजनों से मिलने के पहले दरवाजे पर रखे रजिस्टर पर अपना पूरा व्यौरा लिखेगा। इसके बाद ही पीडित के परिजनों से मिल सकेगा।
यहीं नहीं राज्य सरकार ने एक्शन में आते हुए पीड़िता के के घर पर सीसीटीवी लगाए है और पुलिसकर्मियों को भी बड़ी तादाद में तैनात किया है। घर के बाहर आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जबकि 60 पुलिस कर्मियों को घर के बाहर तैनात किया गया है।
पीड़ित के घर की निगरानी
नोडल अधिकारी के रूप में लखनऊ से हाथरस भेजे गए डीआईजी शलभ माथुर ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो एक नियंत्रण कक्ष भी वहां स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा, पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए महिलाओं सहित 60 कर्मियों को 12 घंटे की शिफ्ट पर तैनात किया गया है। इन कर्मियों की निगरानी के लिए एक राजपत्रित अधिकारी भी तैनात किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीड़ित के घर की निगरानी दौर में की जाएगी।
सोशल मीडिया से
बलात्कार के आरोपों से इनकार
प्रत्येक परिवार के सदस्य और गवाह की व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग की एक टीम और दो स्थानीय खुफिया इकाई के कर्मचारी भी वहां तैनात हैं। राज्य सरकार ने पहले ही मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है और एफएसएल रिपोर्ट का हवाला देते हुए बलात्कार के आरोपों से इनकार किया है।
हर पहलू पर सघनतापूर्ण जांच
हाथरस में हुए बलात्कार कांड की जांच में जुटी एसआईटी इससे जुडे हर पहलू पर सघनतापूर्ण जांच करने में लगी है। इसके लिए वह कोर कसर नही छोडना चाह रही है। हाल यह है कि वह आसपास के गांव के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। एसआईटी की टीम ने लगभग 40 लोगों से पूछताछ करने के लिए एक लिस्ट बनाई है। इसके लिए इन सभी लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है।
रिपोर्टर श्रीधर अग्निहोत्री