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Hathras Stampede: अखिलेश यादव का सरकार पर हमला, बोले- छोटी-मोटी गिरफ्तारियां दिखाकर झाड़ रहे पल्ला

Hathras Stampede: अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि छोटी गिरफ्तारियां दिखाकर प्रशासन हादसे से पल्ला झाड़ रहा है।

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Newstrack Network
Published on: 6 July 2024 12:03 PM IST (Updated on: 6 July 2024 1:42 PM IST)
Hathras News
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Akhilesh Yadav on Hathras Stampede (Pic: Social Media)

Hathras Stampede: हाथरस हादसे के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव के मैनपुरी के निवासी ने एक पत्र लिखा। पत्र में इस बात का आरोप लगाया गया कि पुलिस निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर रही है। इसी पत्र को पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार घटना से संबंधित लोगों को गिरफ्तार न कर पाने पर छोटी-मोटी गिरफ्तारी कर रही है। अखिलेश ने लिखा कि जो मूल आयोजन से दूर थे उन्हें गिरफ्तार कर आरोपी बनाया जा रहा है। उन्होंने ऐसी गिरफ्तारियों पर न्यायिक जांच की मांग की है।

छोटी गिरफ्तारियां कर प्रशासन झाड़ रहा पल्ला

अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि, उप्र शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ़्तारियाँ दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी ज़िम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब ये निकलेगा कि इस तरह के आयोजन में हुई शासनिक-प्रशासनिक विफलता से किसी ने कोई सबक़ नहीं लिया और ऐसी दुर्घटनाएँ भविष्य में भी दोहरायी जाती रहेंगी।

गलत लोगों को गिरफ्तार करने का आरोप

अखिलेश यादव ने शासन पर उन लोगों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया जो दोषी नहीं हैं। उन्होंने लिखा कि, शासन-प्रशासन किसी ख़ास मंशा से व्यर्थ में ऐसे लोगों को गिरफ़्तार कर रहा है, जो मूल आयोजन स्थल से दूर थे और गिरफ़्तारी के बाद उनको ही दोषी ठहराये जाने की तैयारी कर रहा है। ये गिरफ़्तारियाँ स्वयं में एक षड्यंत्र हैं। इन गिरफ़्तारियों की तुरंत न्यायिक जाँच हो, जिससे उप्र की भाजपा सरकार का खेल जनता के सामने लाया जा सके।

भाजपा को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं

अपने पोस्ट में अखिलेश ने आगे लिखा, अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था, तो फिर भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक़ नहीं। इस कार्यक्रम में आये अधिकांश ग़रीब लोग दुखी, शोषित, पीड़ित, वंचित, दमित थे, इस आधार पर इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है। जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ़ ही जाना चाहिए।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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