×

Hathras News: जीओ मैनेजर ने सुनाई आपबीती, होश में आते ही बेहोश करने को पिलाते थे शराब, पिस्टल की बट व फाइबर की पाइप से पीटा

Hathras News: अपहरणकर्ताओं से बच कर घर आए जीओ मैनेजर आपबीती सुनाई। पुलिस ने आधी रात के बाद उसे सकुशल घर छोड़ा। बदमाशों की मारपीट के जीओ मैनेजर के शरीर पर बने निशान गवाही दे रहे हैं।

G Singh
Report G Singh
Published on: 5 Jan 2025 7:11 PM IST
Abhinav Bhardwaj, Manager of GEO Fiber Company, who escaped from kidnappers, says Apbiti Sunani
X

अपहरणकर्ताओं से बच कर घर आए जिओ फाइबर कंपनी के मैनेजर अभिनव भारद्वाज ने सुनाई आपबीती सुनाई- (Photo- Newstrack)

Hathras News: हाथरस में होश में आते ही बेहोश करने के लिए बदमाश शराब पिलाते थे। परिवार के लोगों पर फिरौती की रकम लेने के लिए दबाव बनाने को पिस्टल की बट व फाइबर की पाइप से पीटते थे। अपहरणकर्ताओं से बच कर घर आए जीओ मैनेजर आपबीती सुनाई। पुलिस ने आधी रात के बाद उसे सकुशल घर छोड़ा। बदमाशों की मारपीट के जीओ मैनेजर के शरीर पर बने निशान गवाही दे रहे हैं।

जिओ फाइबर कंपनी के मैनेजर अभिनव भारद्वाज सही सलामत शनिवार-रविवार की देररात को सकुंशल घर पहुंचे। उन्हें देखकर परिजनों के चेहरे खिल गए, लेकिन अभिनव के घर लौटते की खुशी में उसकी पत्नी स्वीटी की आंखों में आंसू झलक आए। अपने अपहरण की कहानी उन्होंने सबके सामने विस्तार से रखी। अभिनव भारद्वाज ने बताया कि पाइप और पिस्टल की बट मारकर हर दिन उनके साथ मारपीट की जाती थी। बदमाश जबरदस्ती शराब पिला देते थे। बाथरूम जाने के लिए भी उसे होटल से जाने नहीं देते थे। कहते थे पैसा मिलते ही गोली मार देंगे। सकुशल घर आने पर अभिनव व उसके परिजनों ने पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि पुलिस ने ही उनकी जान बचाई है।

घर छोड़ने की कह कर, ऑटो से उतार कर कार में ले गए थे बदमाश

अभिनव भारद्वाज ने बताया कि नए साल के दिन वह सिकंदराराऊ में कंपनी के एक स्टाफ के साथ मिश्री होटल पर खाना खाने गए थे। खाना खाने के बाद वे हाथरस आने के लिए चौराहे पर वाहन का इंतजार कर रही थे। वह ऑटो में सवार हुए, उसी वक्त स्विफ्ट कार में सवार चार लोग आए और उनको हाथरस छोड़ने की कहर कर कार में ले गए। कार के पास ले जाकर पीछे से पिस्टल लगा दी और जबरन कार में डाल लिया। शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी। कुछ देर बाद उन्होंने कुछ खिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गए। इसके बाद कार सवार से बदमाश उनको अल्मोड़ा ले गए। वहां पर उनको एक होटल में बंद करके रखा। इसके बाद अपहरण कर्ताओं ने अभिनव के मोबाइल की सिम तोड़कर फेंक दी और व्हाट्सएप कॉलिंग और वीडियो कॉल के माध्यम से पत्नी से फिरौती मांगी।

कार में ले गए चार बदमाश, अल्मोड़ा में पांच और आए

अभिनव ने बताया कि कार सवार चार बदमाश उसका अपहरण कर ले गए थे, इसके बाद अल्मोड़ा में पांच बदमाश और आ गए। यहां पर उसके साथ हर दिन मारपीट की गई। जिससे वह बेहोश हो जाता था। जबरदस्ती शराब पिलाते। एक दिन बदमाशों ने सोचा कि अभिनव बेहोश है, लेकिन वो सब सुन रहे थे। बदमाश कह रहे थे। पैसे मिलते ही इसकी इसको गोली मार देंगे।

फिरौती की रकम को अल्मोड़ा से मुरादाबाद आए थे बदमाश

अभिनव के शरीर पर हाथ पैरों में काफी चोट के निशान भी थे। बदमाश स्विफ्ट कार में फिरौती की रकम लेने के लिए अल्मोड़ा से अभिनव को मुरादाबाद लेकर आए। इसी दौरान पुलिस ने घेराबंदी की और बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई।

रिपोर्ट दर्ज न कराने को बच्चे की ली थी कसम

अभिनव ने बताया कि बदमाशों ने उससे बच्चे की कसम ली थी कि इस मामले में पुलिस के पास नहीं जाना है। अगर अभिनव की सलामती चाहते हो तो फिरौती की रकम पहुंचा दो, इसके बाद इसे छोड़ देंगे।

अपहरण के बाद 59 घंटे खौफ में रहा अभिनव, न भूख लगी न प्यास

अभिनव ने बताया कि पुलिस न होती तो बदमाश उसकी हत्या कर देते। उसकी जान बचाने में पुलिस की अहम भूमिका रही। फिलहाल अभिनव को सही सलामत पाकर पत्नी स्वीटी व बेटा सहित परिवार के सभी लोग खुश हैं। यहां पर परिवार के सभी लोगों ने पुलिस की बहुल की सराहना की।

मथुरा के सैनिक को भी बनाया था शातिरों ने निशाना

हाथरस। पकड़े गए बदमाशों ने पूर्व में मथुरा निवासी एक सैनिक के साथ भी ऐसी ही घटना को अंजाम दिया था। इस संबंध में टप्पल में मुकदमा भी दर्ज है। वहां से आए एक एसआई ने बदमाशों के बारे में स्थानीय पुलिस को इस बारे में जानकारी दी।



Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story