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Hathras Stampede: कौन हैं वो ‘भोले बाबा’, जिनके सत्संग में हुआ भयावह हादसा
Hathras Stampede: सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुए भयावह हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है। बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म होने के बाद बाबा का काफिला निकालने के दौरान यह भगदड़ मची।
Hathras Stampede: जनपद के रतिभानपुर थाना क्षेत्र के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुए भयावह हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की असमय मौत हो गयी। भोले बाबा के सत्संग में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद सभी के मन में यहीं सवाल चल रहा है कि आखिर ये भोले बाबा कौन है। जिसके इस आयोजन में बड़े पैमाने पर लोगों की भीड़ एकत्रित हुई। आपको बता दें कि यह सत्संग कार्यक्रम साकार विश्व हरि भोले बाबा का था। इसी विश्व हरि भोले बाबा को उनके अनुयायी भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं।
सरकारी नौकरी छोड़ शुरू किया था सत्संग
भोले बाबा के रूप विख्यात होने से पूर्व साकार विश्व हरि भोले बाबा सरकारी नौकरी में थे। भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) के पटियाली गांव के निवासी हैं। उनका असली नाम सूरज पाल है। वह उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे। लेकिन 18 साल की नौकरी के बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लिया था। सरकारी नौकरी से त्यागपत्र देकर सूरज पाल नाम के शख्स साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए और पटियाली में अपना आश्रम बना लिया। गरीब और वंचित समाज के लोगों के बीच प्रभाव बना जल्द ही सूरज पाल भोले बाबा के नाम से अनुयायियों के बीच मशहूर हो गया।
कई राज्यों में हैं साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी
साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी देश के कई राज्यों में हैं। उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त राजस्थान और मध्य प्रदेश में भोले बाबा के अनुयायी हैं। सत्संग की व्यवस्था अनुयायी ही संभालते हैं।
साकार विश्व हरि भोले बाबा के काफिले को निकालने के दौरान मची भगदड़
जिले के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुए भयावह हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है। बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म होने के बाद बाबा का काफिला निकालने के दौरान यह भगदड़ मची। मृतकों में अधिकतर हाथरस और एटा जनपद के निवासी बताये जा रहे हैं।