Health Condition in UP: शोध के दौरान उत्तर प्रदेश के अधिकतर स्कूली बच्चों में पायी गयी ये समस्या

Medical Health Condition in UP school Kids: लखनऊ के स्वास्थ्य एवं कल्याण स्टार्टअप द्वारा लगभग 3 हज़ार स्कूली बच्चों पर किए गए शोध में पाया गया कि 76 प्रतिशत स्कूली बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिली.

Vertika Sonakia
Published on: 26 March 2023 10:58 AM GMT (Updated on: 26 March 2023 11:09 AM GMT)
Health Condition in UP: शोध के दौरान उत्तर प्रदेश के अधिकतर स्कूली बच्चों में पायी गयी ये समस्या
X
Medical Health Condition in UP school Kids (Photo-Social Media)

Medical Condition in UP School Kids: लखनऊ के स्वास्थ्य एवं कल्याण स्टार्टअप द्वारा किए गए शोध में पाया गया की उत्तर प्रदेश में अधिकतर स्कूली बच्चों में चिकित्सा संबंधी समस्याएँ पायी गयी.

लखनऊ के स्वास्थ्य एवं कल्याण स्टार्टअप का शोध

लखनऊ के स्वास्थ्य एवं कल्याण स्टार्टअप द्वारा लगभग 3 हज़ार स्कूली बच्चों पर किए गए शोध में पाया गया कि 76 प्रतिशत स्कूली बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिली. 59 प्रतिशत स्कूली बच्चों की जांच के पश्चात उनमें कम दिखना, खराब ढंग से बैठने पर कमर की समस्या और मोटापा जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ पायी गई. 52 प्रतिशत बच्चों में मुँह और दांत से जुड़ी बीमारियां दिखाई दीं.

डॉक्टरों की जांच के परिणाम

डॉक्टरों की टीम द्वारा लगभग 4000 बच्चो के बॉडी मास इंडेक्स और शारीरिक जांच में पाया गया कि 47 प्रतिशत बच्चो का बॉडी मास इंडेक्स सामान्य रेंज के बाहर है जिससे उन्हें कम उम्र में ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

सभी डॉक्टरों का कहना है “नियमित रूप से स्कूलों में स्वास्थ्य कैम्प के तहत सभी बच्चों की स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए जिससे किसी भी बिमारी के बढ़ने के पूर्व उसका कारण और इलाज पता लगाया जा सके.”

शोध का परिणाम

डॉक्टरों द्वारा की गई जांच में ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का स्वास्थ्य शहरी बच्चों के मुकाबले ज्यादा अच्छा पाया गया. ग्रामीण बच्चों में विटामिन ए और डी बेहतर मात्रा में पाया गया. दूसरी ओर शहरी बच्चों में दांत की समस्याएं कम पाई गई और सहनशक्ति अधिक देखी गई. लड़कों के मुकाबले लड़कियां ज्यादा स्वास्थवर्धक पाई गयी.

कम उम्र में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के तरीके

1)पोषण से भरपूर भोजन का सेवन करें

2) प्रतिदिन खाली पेट फल का सेवन करें

3) चीनी का सेवन कम करें

4) सही तरीके से कमर सीधी करके बैठे

5) रोज़मर्रा में नमक की खपत कम करें.

6) सही मात्रा में कैलोरी का सेवन करें उपयोग और उपयोग की जाने वाली कैलोरी में संतुलन बनाया जा सके.

Vertika Sonakia

Vertika Sonakia

Next Story