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Healthy Boy-Girl Competitions: स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का समापन, 2 अक्टूबर को पुरस्कार वितरण
UP में स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा 1.8 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित की गयी। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा यूपी में पोषण माह के अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
Healthy Boy-Girl Competitions: समुदाय के स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं 'सुपोषित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश में 'स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा' के आयोजन की जा रही है। स्पर्धा का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। साथ ही, आंगनवाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के 6 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को भी अभियान में सम्मिलित कर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करना एवं स्वस्थ रहने के लिए परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना है।
उत्तर प्रदेश में 'स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा' 1.8 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित की गयी। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार (Ministry of Women and Child Development) द्वारा उत्तर प्रदेश में पोषण माह के अन्तर्गत स्वस्थ बालक स्पर्धा के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। स्वस्थ बालक स्पर्धा का आयोजन प्रदेश के 1.8 लाख से अधिक आँगनबाड़ी केन्द्रों पर किया गया।
कार्यक्रम के माध्यम से दिया संदेश
स्वस्थ बालक स्पर्धा कार्यक्रम के माध्यम से जनमानस को यह संदेश देना है कि बच्चे के सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार के साथ स्वच्छता और बच्चे की वृद्धि निगरानी भी बहुत जरूरी है। शारीरिक रूप से कमजोर बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वह बार बार बीमारी पड़ेगा और अपने साथ के बच्चों से पीछे रह जाएगा। इस स्पर्धा के माध्यम से ऐसे बच्चों के माता-पिता को बच्चों की विशेष देख-भाल के लिए प्रेरित करना भी रहा है, जिनके बच्चें अपेक्षाकृत कमजोर है। इस स्पर्धा में विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, ग्राम विकास स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा के आयोजन में स्थानीय संस्थाओं स्वयं सहायता समूहों, शैक्षणिक संस्थाएँ, यूथ क्लब, लायन्स क्लब, रोटरी क्लब, आशा, एएनएम, आईएमए आदि का सक्रिय सहयोग लिया गया।
सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में मनाया गया
इस स्पर्धा को सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों, बाल विकास परियोजना कार्यालयों पर त्योहार, उत्सव के रूप में धूमधाम के साथ मनाया गया। साथ ही, देश एवम समाज के विकास की दिशा में समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक जागरूकता लाने का सार्थक प्रयास भी किया गया। स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा के आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी बड़े ही उत्साह के साथ इस सार्थक भियान में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन
स्वस्थ बालक बालिका प्रतियोगिता के आयोजन पश्चात् ग्राम पंचायत स्तर पर दिनॉक 2 अक्टूबर 2022 को पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जायेगा। सभी आँगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की रैकिंग प्रथम, द्वितीय, तृतीय के रूप में की गयी है तथा बच्चों की माता-पिता (विशेष कर माताओं को) प्रमाण-पत्र भी उपलब्ध कराया जायेगा। प्रतियोगिता में स्वस्थ पाये गये बच्चों को उनकी रैकिंग के अनुसार ऑगनबाड़ी केन्द्र / स्थानीय स्तर पर निर्मित खिलौने आदि पुरस्कार के रूप में दिये जायेगें।
'दुलार' कार्यक्रम की शुरुआत
आंगनवाड़ी केंद्रों पर संसाधनों के अतिरिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को प्रमुख सेविका तथा अधिकारियों के नियमत सहयोगात्मक पर्यवेक्षन को तकनीक आधार बनाने के लिए विभाग द्वारा विकसित 'सहयोग ऐप' का विमोचन किया गया । इस कार्यक्रम में 03-06 वर्ष के बच्चों के लिए ईसीसीआई आधार 'बाल पिटारा' मोबाइल ऐप का लॉन्च भी किया गया । आकांक्षात्मक जनपदों में 06 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए दूरभाष पर गतिविधियों आधारित सीखने-सिखाने की प्रणाली "दुलार" कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। "दुलार" कार्यक्रम में 08 आकांक्षात्मक जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया।