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UP: नैमिषारण्य बनेगा बड़ा पर्यटन केंद्र, मथुरा और आगरा हेलीपोर्ट अगले दो माह में तैयार..बोले पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह
UP News: यूपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि, पौराणिक तीर्थ स्थल नैमिषारण्य का बड़े पैमाने पर पर्यटन विकास किया जाएगा। उन्होंने मीडिया को कई बातें बताई।
UP News: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह (Jaiveer Singh) ने सोमवार (10 जनवरी) को कहा कि, पौराणिक तीर्थ स्थल नैमीषारण्य का बड़े पैमाने पर पर्यटन विकास किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, मथुरा और आगरा हेलीपोर्ट अगले दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। यूपी सरकार के पर्यटन मंत्री ने ये बातें लखनऊ में मीडिया से बात करते हर कही।
यूपी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, भारत में आने वाले विदेशी सैलानियों का पहला कदम यूपी की ओर रहता है। इसी वजह से ट्रेड, टेक्नोलॉजी एवं टूरिज्म (3T) पर जोर दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रेल, वाटर तथा एयर कनेक्टिविटी का विस्तार कर पर्यटकों को यूपी के ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पौराणिक महत्व के विश्व प्रसिद्ध स्थलों की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि, पर्यटन क्षेत्र एक ऐसा सेक्टर है जिसमें रोजगार सृजन की असीमित संभावनाएं हैं। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश को नए सिरे से सजाया और संवारा जा रहा है।
यूपी देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने ये बातें सोमवार को गोमती होटल में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा। मंत्री ने कहा, यूपी की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसके माध्यम से वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जायेगा। यूपी देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर है। इसमें पर्यटन सेक्टर का अधिकतम योगदान होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार एवं उच्च स्तरीय अवस्थापना सुविधाओं (infrastructure facilities) के विकास के कारण ही यहां सैलानियों आना लगा रहता है। यूपी सैलानियों की पहली पसंद बनता जा रहा है। उन्होंने इस मौके पर वर्ष-2023 के कैलेण्डर का विमोचन भी किया।
बुन्देलखण्ड के किलों को संवारा जा रहा
पर्यटन मंत्री ने कहा, कि देशी-विदेशी सैलानियों के लिए 'नयी पर्यटन नीति-2022' जारी की गयी है। नैमीषारण्य के पर्यटन विकास के लिए नैमीषारण्य तीर्थ विकास बोर्ड (Naimisharanya Pilgrimage Development Board) की घोषणा करने के साथ ही ईको टूरिज्म बोर्ड की स्थापना के अलावा विभिन्न थिरैपी को विकसित किया गया है। राजस्थान की तर्ज पर बुन्देलखण्ड के किलों, महलों एवं गढ़ी को पीपीपी मॉडल पर विकसित कर सैलानियों को किला में ठहरने जैसी अनुभूति का अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
आगरा और मथुरा में जल्द हेलीपोर्ट
जयवीर सिंह ने आगे कहा कि, 'दिल्ली से आने वाले सैलानियों को उत्तर प्रदेश के मथुरा, आगरा, वृन्दावन एवं फतेहपुर सीकरी जैसे ऐतिहासिक स्थलों की सैर के लिए आगरा, मथुरा में हेलीपोर्ट का निर्माण दो-तीन महीने में पूरा करा लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि, हमारा प्रयास है कि यूपी आने वाला पर्यटक कम से कम चार दिन प्रवास करे। ताकि होटल, टैक्सी, फूल वालों एवं हस्तशिल्प जैसे कारोबार को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि, यहां से बुन्देलखण्ड के रमणीक एवं ऐतिहासिक स्थलों को दिखाने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की सेवाएं प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि यूपी नये प्रदेश के रूप में विकसित हो रहा है। यहां पर पर्यटकों के पसंद की हर चीज उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।'
2017 के बाद बदला यूपी में माहौल
पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि, 'हाल में ही मंत्रियों का समूह विभिन्न देशों के भ्रमण पर निवेश जुटाने गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में एमओयू साइन किये गये। जिसमें पर्यटन के कई एमओयू शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री स्वयं मुम्बई में निवेश भ्रमण के लिए गए। जहां निवेशकों ने यूपी में पर्यटन क्षेत्र में विशेष दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने कहा कि, वर्ष 2017 के बाद दुनिया का दृष्टिकोण प्रदेश को लेकर बदला है। साल 2017 से पहले यूपी को बीमारू राज्य की पहचान मिली थी। कानून व्यवस्था के मामले में यह एक फेल स्टेट कहा जाता था। जिससे निवेशक एवं पर्यटक यूपी आने से कतराते थे।'
सैलानियों के पसंद का 'प्रदेश'
यूपी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि, 'अब दुनिया के सामने एक नया उत्तर प्रदेश तैयार है। जहां विकास के साथ उच्च स्तर की कानून व्यवस्था कायम हुई। इंस्पेक्टर राज, भ्रष्टाचार एवं लालफीताशाही को समाप्त कर निवेशकों एवं सैलानियों की पसंद का प्रदेश बना है। प्रवासी भारतीय और निवेशक यूपी में में दिलचस्पी ले रहे हैं। यह सब बदलाव प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण आया है। उन्होंने आगे कहा कि, आज का यूपी विकास के मामले में बहुत आगे है। यह पूरी तरह दंगामुक्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि निवेशकों एवं पर्यटकों के लिए 25 इण्डस्ट्रियल सेक्टोरल पालिसी तैयार की गयी है, जिसके अंतर्गत निवेशकों को बड़ी छूट एवं सुविधाओं का प्राविधान किया गया है।
पर्यटन सेक्टर को सजाया-संवारा गया है
पर्यटन मंत्री ने ये भी कहा, कि 'पर्यटकों के लिए विभिन्न टूरिज्म सर्किट (Tourism Circuit) विकसित किया गया है। उन्होंने आगे कहा, कि उत्तर प्रदेश के नये रूप को लेकर विदेशों में काफी चर्चा है। काशी विश्वनाथ का दर्शन करने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। एक वर्ष में 07 करोड़ पर्यटक काशी पहुंचे हैं। इसी से प्रेरणा लेकर प्रदेश में पर्यटन सेक्टर को नये सिरे से सजाया एवं संवारा जा रहा है। यूपीजीआईएस-2023 में बड़ी संख्या में पर्यटकों एवं निवेशकों के आने की संभावना है। इसी प्रकार जी-20 की बैठकों के दौरान भारी संख्या में सैलानी एवं विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत एवं यूपी की विशिष्टताओं को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर है। पर्यटन विभाग इसके लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहा है।'
इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, विशेष सचिव संस्कृति ए.के. सिंह, पर्यटन सलाहकार जयप्रकाश सिंह तथा उपनिदेशक पर्यटन कल्याण सिंह आदि उपस्थित थे।