तीन दिनों में अतिक्रमण हटाने के लिए कमेटी का गठन करें जिलाधिकारी : कोर्ट

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बलरामपुर अस्पताल, केजीएमयू व सिविल अस्पताल के आस-पास के अतिक्रमण को हटाने के बाबत जिलाधिकारी लखनऊ को तीन दिन में कमेटी का गठन करने के आदेश दिये हैं।

Rishi
Published on: 3 May 2019 3:22 PM GMT
तीन दिनों में अतिक्रमण हटाने के लिए कमेटी का गठन करें जिलाधिकारी : कोर्ट
X
प्रतीकात्मक फोटो

लखनऊ : इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बलरामपुर अस्पताल, केजीएमयू व सिविल अस्पताल के आस-पास के अतिक्रमण को हटाने के बाबत जिलाधिकारी लखनऊ को तीन दिन में कमेटी का गठन करने के आदेश दिये हैं। कोर्ट ने इस सम्बंध में स्टेटस रिपोर्ट देने के आदेश भी कमेटियों को दिये हैं। मामले की अगली सुनवाई 10 मई को होगी।

ये भी देखें : अमेठी: गोद लिए गांव का रास्ता भूल गए राहुल, लोग सालों से कर रहे इंतजार

यह आदेश जस्टिस पंकज कुमार जायसवाल और जस्टिस रजनीश कुमार की बेंच ने प्रेम शंकर पांडेय की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पारित किया। मामले की सुनवाई के दौरान बताया गया कि एसडीएम, सरोजिनीनगर की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर, पीजीआई के आस-पास के अतिक्रमण को हटा दिया गया है। बलरामपुर अस्पताल, केजीएमयू और सिविल अस्पताल के आस-पास का अतिक्रमण हटाए जाने के सम्बंध में सम्बंधित इलाकों के उप-जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जाना है।

ये भी देखें : शाहिद अफरीदी असली वाली उम्र बता रहे हैं, यकीन मानिए बुढा गए हैं

इस पर कोर्ट ने जिलाधिकारी को कमेटी गठन के लिये तीन दिन का समय दिया, साथ ही सम्बंधित उप-जिलाधिकारियों से अतिक्रमण हटाए जाने के सम्बंध में स्टेटस रिपोर्ट अगली सुनवाई तक पेश करने के आदेश दिये।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story