×

हाईकोर्ट ने पुलिसकर्मियों के एसोसिएशन बनाने पर रोक को सही ठहराया   

Rishi
Published on: 29 Jan 2018 10:01 PM IST
हाईकोर्ट ने पुलिसकर्मियों के एसोसिएशन बनाने पर रोक को सही ठहराया   
X

लखनऊ : हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने पुलिसकर्मियों के एसोसिएशन बनाने पर रोक को सही ठहराया है। न्यायालय ने इस बारे में दाखिल याचिका को खारिज कर दिया है।

यह आदेश जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस अनंत कुमार की बेंच ने अजय राज पांडेय व एक अन्य की याचिका को खारिज करते हुए दिया। वर्ष 2003 में दाखिल इस याचिका में कोर्ट से प्रार्थना की गई थी कि वह स्पष्ट करे कि पुलिस फोर्स (रेस्ट्रिक्शन ऑफ राइट्स) एक्ट- 1966 पुलिसकर्मियों के एसोसिएशन बनाने पर रोक नहीं लगाता।

ये भी देखें : बड़ी खबर : टीईटी-2017 के परिणाम में हाईकोर्ट का हस्तक्षेप से इंकार

याचिका में कहा गया था कि यूपी रेकग्निशन ऑफ सर्विस एसोसिएशन रूल्स- 1979 के तहत पुलिसकर्मी भी एसोसिएशन बना सकते हैं। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि पुलिस बल पुलिस एक्ट- 1861 के तहत आता है। वहीं रूल्स- 1979 को संविधान के अनुच्छेद- 309 के परंतुक के तहत बनाया गया है।

कोर्ट ने स्पष्ट करते हुए कहा कि जब एक अलग विधान बनाकर पुलिस एसोसिएशन के गठन पर रोक लगा दी गई है तो ऐसे में नियम- 1979 लागू नहीं हो सकता। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी कहा जा चुका है कि पुलिस एक्ट की धारा- 2 के तहत जारी किया गया एक शासनादेश भी अनुच्छेद- 309 के परंतुक के अंतर्गत बनाए गए नियमों से अधिक प्रभावी होता है। कोर्ट ने कहा कि लिहाजा नियम-1979 पुलिस फोर्स पर लागू नहीं होता।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story