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गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस की बढ़ी तैनाती
आतंकियों द्वारा भगवा वस्त्र में आतंकी घटना को अंजाम देने और यूपी में प्रवेश की खुफिया रिपोर्ट के बाद मंदिर की सुरक्षा के इंतजाम और अधिक कड़े करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार (21 अप्रैल) को आईजी सिक्योरिटी मुथा अशोक जैन ने गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण किया था। इसके बाद मंदिर के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी भी ली थी।
गोरखपुर : आतंकियों द्वारा भगवा वस्त्र में आतंकी घटना को अंजाम देने और यूपी में प्रवेश की खुफिया रिपोर्ट के बाद मंदिर की सुरक्षा के इंतजाम और अधिक कड़े करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार (21 अप्रैल) को आईजी सिक्योरिटी मुथा अशोक जैन ने गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण किया था। इसके बाद मंदिर के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी भी ली थी।
सरकार ने बढ़ाई सुरक्षा
-गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय प्रबंधक द्वारिका तिवारी ने बताया कि जनता की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए अलग से प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
-इसके साथ ही मंदिर की सुरक्षा में भी अन्य अधिकारी और पुलिसकर्मी तैनात होंगे।
-उन्होंने बताया कि परिस्थितियों के बदलने के साथ ही मंदिर में फरियादियों की भीड़ भी बढ़ गई है।
-ऐसे में सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता होना जरूरी है।
-इस वजह से मंदिर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के इंतजाम के अलावा सरकार की तरफ से सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
सुरक्षा पर कड़ी नजर
-मंदिर में वर्तमान में 22 सीसीटीवी लगे हुए हैं। अगर जरूरत पड़ी तो और कैमरे लगाए जा सकते हैं।
-इसके साथ ही मंदिर के मुख्य द्वार पर वाच टावर से दो बंदूकधारी जवानों को सुरक्षा पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है।
-इसके साथ ही पुलिस चौकी पहले से ही स्थापित है और अन्य पुलिसकर्मियों की भी संख्या बढ़ाई गई है।
-द्वारिका तिवारी ने बताया कि आईजी सुरक्षा मुथा अशोक जैन, डीआईजी एन चौधरी, एसएसपी रामलाल वर्मा, एसपी
-सिटी हेमराज मीणा सहित जिले के अन्य आलाधिकारियों ने आकर मंदिर परिसर का भ्रमण किया और सुरक्षा के इंतजाम देखे।
वाहन और अवैध रूप से लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध
डीआईजी रेंज गोरखपुर एन चौधरी ने बताया कि आईजी सिक्योरिटी मुथा अशोक जैन ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया था। बदलते हुए परिवेश में मंदिर की सुरक्षा और सुदृढ़ करने हेतु विचार-विमर्श किया गया। मंदिर के कर्मचारियों से भी राय मांगी गई। कई मुद्दों पर बात की गई। उसे उच्चाधिकारियों के सामने रखा भी जाएगा। समर्थन प्राप्त होने पर तत्काल लागू किया जाएगा। वाहन और अवैध रूप से लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाएगा।