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राष्ट्रपिता को 'गोली मारने' के मामले में हिंदू महासभा के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार

बता दें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे और अन्य कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मौके पर गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हिंदू महासभा ने सच्चा हिंदूवादी बताते हुए महात्मा की उपाधि तक दे डाली। बता दें पूजा शकुन पांडे पहले भी विवादों में रह चुकी हैं। पिछले साल उन्होंने खुद को हिंदू कोर्ट का जज भी नियुक्त किया था।

Rishi
Published on: 30 Jan 2019 2:07 PM GMT
राष्ट्रपिता को गोली मारने के मामले में हिंदू महासभा के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार
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अलीगढ़ : दुनिया जहां महात्मा गांधी की 71वीं पुण्यतिथि मना रही है, वहीं यूपी के अलीगढ में महात्मा गांधी की 71वीं पुण्यतिथि पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने शौर्य दिवस मनाया गया था। महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पूजा शकुन पांडेय ने इस दौरान गांधी के पुतले को गोली मारी फिर दहन किया। 'महात्मा नाथूराम गोडसे अमर रहे' के नारे भी लगाये थे।

पूरे मामले का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए महासभा के दो कार्यकर्ताओं मनोज और अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल अभी शकुन पांडे के उपर कोई कार्यवाही की खबर नहीं है।

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गौरतलब है कि 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिड़ला हाउस के परिसर में महात्मा गांधी की हत्या की गई थी। बापू की हत्या के मामले में नाथूराम गोडसे सहित 8 लोगों को साजिश में आरोपी बनाया गया था। मामले में 5 अभियुक्तों में से तीन- गोपाल गोडसे, मदनलाल पाहवा और विष्णु रामकृष्ण करकरे को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, जबकि दो- नाथूराम गोडसे व नारायण आप्टे को फांसी दी गई। 15 नवम्बर 1949 को गोडसे और आप्टे को अम्बाला जेल में फांसी दे दी गई।

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बता दें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे और अन्य कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मौके पर गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हिंदू महासभा ने सच्चा हिंदूवादी बताते हुए महात्मा की उपाधि तक दे डाली। बता दें पूजा शकुन पांडे पहले भी विवादों में रह चुकी हैं। पिछले साल उन्होंने खुद को हिंदू कोर्ट का जज भी नियुक्त किया था।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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