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IPS -PPS अफसरों के सिलेबस में शामिल होगा हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे केस,जानें क्यों
गौरतलब है कि इसी साल 2 जुलाई को कानपुर में विकास दुबे और उसके गैंग ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
लखनऊ: कानपुर के चर्चित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का एनकाउंटर किये यूपी पुलिस को 2 महीने से आधिक का समय बीत चुका है लेकिन यूपी पुलिस आज तक उसको भूल नहीं पाई है।
जिस तरह से बर्बरता के साथ उसने आठ बेकसूर पुलिसकर्मियों को गोलियों से भून दिया था। वो बात आज तक यूपी पुलिस के जेहन में है। यूपी पुलिस चाहकर भी उस दर्द को भूला नहीं पा रही है।
जिसके बाद अब ये तय हुआ है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे केस को पुलिस अकैडमी में आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों को पढ़ाया जाएगा। इसे किताबों के सिलेबस में शामिल किया जाएगा।
विकास दुबे और अमर दुबे की फोटो(सोशल मीडिया)
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बताया जा रहा है कि बीते दिनों आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग और पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसने यह सुझाव सरकार को दिया है।
इस सुझाव को शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है, जिसके बाद इसे नवंबर के अंत तक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नए बैच के आईपीएस और पीपीएस अफसर इसको पढ़कर बेहतर पुलिसिंग के गुर सीखेंगे।
बता दें कि बिकरू कांड में पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी तभी उसने हमला कर 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी। इस पूरे प्रकरण में पुलिस की तरफ से दबिश और जांच की कई खामियों का भी खुलासा हुआ था।
विकास दुबे की तरफ ज्योति हत्याकांड को भी किताबों के सिलेबस में शामिल किये जाने की बात सामने आ रही है।
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यूपी पुलिस की फोटो(सोशल मीडिया)
क्या है इसके पीछे की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पूरे केस का अध्ययन किया गया। जिसमें खामियों के बारे में बताने, इनको दोबारा न दोहराने और इनका कैसे मुकाबला किया जाए, इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी गई थी।
माना जा रहा है कि इस केस के जरिये अफसरों को ज्यादा बेहतर ढंग से काम करने लायक बनाने के लिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
गौरतलब है कि इसी साल 2 जुलाई को कानपुर में विकास दुबे और उसके गैंग ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
इसी के बाद विकास दुबे फरार हो गया और करीब एक हफ्ते के बाद जब उसे मध्य प्रदेश से पकड़ा गया तो कानपुर लाते वक्त पुलिस एनकाउंटर में उसे मार गिराया गया था।
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