×

राजनाथ- ITBP की मौजूदगी में दुनिया का कोई देश हमें नहीं छू सकता

इस मौके पर गृहमंत्री ने आईटीबीपी की जमकर सराहना की। उन्होंने तारीफ में कहा कि आईटीबीपी की मौजूदगी में दुनिया का कोई देश हमारे देश को छूने की हिमाकत नहीं कर सकता है। आईटीबीपी की वजह से सीमा उल्लंघन में 7 फीसदी की कमी आई है।

priyankajoshi
Published on: 24 Oct 2017 2:55 PM IST
राजनाथ- ITBP की मौजूदगी में दुनिया का कोई देश हमें नहीं छू सकता
X

नोएडा: गृहमंत्री राजनाथ सिह ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 56वें स्थापना दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया।

इस मौके पर गृहमंत्री ने आईटीबीपी की जमकर सराहना की। उन्होंने तारीफ में कहा कि आईटीबीपी की मौजूदगी में दुनिया का कोई देश हमारे देश को छूने की हिमाकत नहीं कर सकता है। आईटीबीपी की वजह से सीमा उल्लंघन में 7 फीसदी की कमी आई है।

राजनाथ सिंह ने दी सलामी

इस मौके पर जवानों ने परेड और करतब के जरिए दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान राजनाथ सिंह ने परेड को सलामी दी। आईटीबीपी के जवानों ने अपनी ताकत का परचम भी लहराया। सबसे पहले पैदल दस्ता इसके बाद डॉग स्क्वायडऔर बाद में हथियार और अत्याधुनिक टैंकों का प्रदर्शन किया गया। जिसे पहली बार लोगों ने देखा। यह अदभुत नजारा देखकर लोग भी दंग रह गए। परेड के दौरान महिला दस्ते को देख सभी हैरान रह गए। हाथों में हाथियार व चेहरे पर दुश्मनों को ठिकाने लगाने की ललक देखकर खुद गहमंत्री ने महिला दस्ते की तारीफ की। इसके बाद हैरत अंगेज करतब दिखाए गए।

बाइकर्स जवानों ने दिखाए करतब

पहाड़ों की सीमा की रक्षा कर अपनी ताकत का शौर्य दिखाने वाले आईटीबीपी के जवानों ने स्थापना दिवस पर भी तमाम करतब दिखाए। बाइकर्स के साथ पासिंग परेड और एक साथ मिनार फाउंडेशन ने भी सभी को चौका दिया। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा कैंपस गूंज उठा।

डीएनडी पर हुआ स्वागत

आईटीबीपी के कैंप में हिस्सा लेने से पहले जनपद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्याकर्ताओं ने राजनाथ सिंह का डीएनडी पर भव्य स्वागत किया। उन्हें फूल माला और पुष्प गुच्छ दिए।

आगे की स्लाइड्स में देखें फोटोज...

priyankajoshi

priyankajoshi

इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

Next Story