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राजनाथ सिंह ने कहा- 20 सालों में इंडिया बनेगा सुपर इकोनॉमी
लखनऊ.गृहमंत्री राजनाथ सिंह 69वें ऑल इंडिया कामर्स कांंन्फ्रेस के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने लखनऊ यूनिवर्सिटी पहुंचे। उन्होंने सबका स्वागत करते हुए कहा कि 1 अप्रैल 2017 से जीएसटी लागू कर दिया जाएगा। इकोनॉमिस्ट मानते हैं कि इससे सरकारी राजस्व, टैक्स कलेक्शन बढ़ेगा। हमने कालाधन रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। 500-1000 की नोट बंद करने का फैसला सोच समझ कर लिया गया है। नोट के बंद होने से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि 15 से 20 साल में इंडिया सुपर इकोनॉमी बनेगा।
आगे कीस्लाइड में पढ़ें राजनाथ सिंह ने किया दावा...
- राजनाथ सिंह ने केंद्र सरकार की योजनााएं गिनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था को ट्रांसपेरेंट बनाने में लगी हुई है।
- हमने कई आर्थिक निर्णय लिए हैं, जिनके दूरगामी सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
- गृहमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद हमारी ग्रोथ ट्रेजेक्टरी अौर ग्रोथ रेट में काफी सुुधार हुआ है।
- इंडिया की ग्रोथ रेट विश्व की फास्टेस्ट ग्रोथ स्पीड के हिसाब से आगे बढ़ रही है।
- कुछ वर्षो में इंडिया की जीडीपी डबल डिजिट में हो जाएगी।
- केंद्र सरकार ने इंवेस्टमेंट की साइकिल भी तेज की है।
- हमने मुद्रा बैंक के माध्यम से 3 करोड़़ से ज्यादा लोगों को लोन दिया है।
- मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में 14 परसेंट योगदान है, जिसे बढ़ाकर हम 25 परसेंट तक ले जाने वाले हैं।
- हम इसके लिए किसानों और गांवों पर भी ध्यान दे रहे हैं।
- 2022 आते आते हमारे किसानों की इनकम दोगुनी हो जाएगी।
- भारतीय अर्थव्यवस्था का भविष्य उज्जवल है, 15से 20 सालों में भारत एक सुपर इकोनॉमी बनेगा।
ट्रेड डेफेसिट का सिलसिला हाेगा समाप्त
- राजनाथ सिंह ने आर्थिक नीतियों को हवाला देते हुए कहा कि हमने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
- हमारे निर्णयाें से जहां काली कमाई वाले दिवालिया हो गए, वहीं आम आदमी और अमीर के बीच खाई दूर हो रही है।
- हमने फॉरेन ट्रेड को अच्छा करने की कोशिश की है।
- इस समय ग्लोबल इकोनॉमिक मंदी है, भारत पर भी इसका असर हुआ है।
-भारत की ग्लोबल ट्रेड एक्सपोर्ट में 1.6 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
-हमने इसको 2-2.5 प्रतिशत ले जाने का टारगेट फिक्स किया है।
कई लोगों को नोट बैैन करने पर है आपत्ति
- राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने हाल ही में 500 और 1000 के नोट बैन करने का निर्णय लिया है।
- हमने ये निर्णय काफी सोच समझ कर लिया है, जल्दबाजी में नहीं लिया।
- हम राजनीति से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए काम कर रहे हैं।
- हमारी केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री के ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है।
- राजनीति अपना अर्थ खो चुकी है, हम इसे इसके वास्तिविक अर्थ के रूप में दोबारा खड़ा करेंगे।
- चुनावों में वोट और शराब के लिए काले धन का इस्तेमाल होता था, इस फैसले से चुनावों में काफी असर पड़ेगा।
- हांलांकि उन्होंने अखिलेश दवारा वित्त मंत्री को पत्र लिखकर पुराने 500 और 1000 के नोटों को 30 नवंबर तक चलवाने के निवेदन के संबंध में कुछ भी नहीं कहा।