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होम्योपैथी से होगा कैंसर और थायराइड जैसी बीमारियों का ईलाज

दोयम दर्जे की माने जाने वाली इलाज पद्धति होम्योपैथी को पहले दर्जे पर लाने के इरादे के साथ हो रही इस कान्फ्रेंस में यूपी के 150 चिकित्सकों समेत देश भर से करीब 400 होम्योपैथी चिकित्सकों के शामिल होने का अनुमान हैै।

SK Gautam
Published on: 9 Dec 2019 3:58 PM GMT
होम्योपैथी से होगा कैंसर और थायराइड जैसी बीमारियों का ईलाज
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लखनऊ: कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो या जीवन भर दवा खाने की मजबूरी वाला रोग थायराइड इन सभी का इलाज होम्योपैथी में है और इतना ही नहीं होम्योपैथी दवाओं से सर्जरी वाले रोगों समेत अनेक जटिल रोगों का इलाज किया जा सकता है। इस संबंध में आगामी 21 व 22 दिसम्बर को उत्तराखंड के नैनीताल में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय होम्योपैथी कान्फ्रेंस में शोध पत्र प्रस्तुत किए जायेंगे।

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राष्ट्रीय होम्योपैथी कांफ्रेंस 21 व 22 दिसम्बर को नैनीताल में

दोयम दर्जे की माने जाने वाली इलाज पद्धति होम्योपैथी को पहले दर्जे पर लाने के इरादे के साथ हो रही इस कान्फ्रेंस में यूपी के 150 चिकित्सकों समेत देश भर से करीब 400 होम्योपैथी चिकित्सकों के शामिल होने का अनुमान हैै। कॉन्फ्रेंस के सयोजक तथा केन्द्रीय होम्यौपैथिक परिषद के पूर्व सदस्य डा. अनुरुद्ध वर्मा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में होम्योपैथी के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे नवीनतम विकास एवं अनुसंधान, रोगों के उपचार में होम्योपैथी की भूमिका, होम्योपैथी के दर्शन एवं सिद्धांत पर चर्चा की जाएगी तथा होम्योपैथी को प्रथम पंक्ति की चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने की रूप रेखा तय की जाएगी।

कॉन्फ्रेंस में कैंसर, ऑटिज्म, थाइराइड और अस्थमा जैसे रोगों का होम्योपैथिक उपचार

डा. वर्मा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के छह वैज्ञानिक सत्रों में कैंसर, ऑटिज्म, थाइराइड के रोग, अस्थमा, यूट्राइन, मायोमा, चर्म रोग, बांझपन, हड्डियों के रोग, माईग्रेन, ऑपरेशन योग्य रोगों का होम्योपैथिक उपचार, आपात स्थिति रोगों का होम्योपैथिक उपचार विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किये जाएंगे, साथ ही एलएम पोटेन्सी की उपयोगिता पर भी चर्चा की जाएगी।

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कॉन्फ्रेंस में दुबई के प्रो. डॉ शेख समसुर रहमान, बंगलुरु के प्रा.े बीडी पटेल, प्रो. एचएल स्वामी, पूना के प्रो. धर्मेन्द्र शर्मा, मुम्बई के डा. समीर चैकर, पंजाब के डा. तनवीर हुसैन अहमदाबाद के डा. गौरी शर्मा, जबलपुर के प्रो. जीपी पाटिल, जयपुर के प्रो. तारकेश्वर जैन व डा. निशांत दरियानी, ग्वालियर के डा. राजेश गुप्ता, डा. सपना गुप्ता, आगरा के डा. पवन पारिख, रायबरेली के डा. रमेश श्रीवास्तव व डा. प्रभात श्रीवास्तव तथा लखनऊ के डा. ओपी श्रीवास्तव, डा. पंकज श्रीवास्तव, डा. निशांत श्रीवास्तव तथा गाजीपुर के डा. विजेन्द्र सिंह अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।

होम्योपैथिक औषधियों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी

उन्होंने बताया कि इस कांफ्रेंस का शुभारम्भ उत्तराखंड के आयुष मंत्री हरक सिंह रावत करेंगे तथा कांफ्रेंस के विशिष्ट अतिथि यूपी के होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष डा. बीएन सिंह होंगे। इस अवसर पर होम्योपैथिक औषधियों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि नैनीताल में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार आयोजित हो रही इस कॉन्फ्रेंस से उत्तराखण्ड में होम्योपैथी के पक्ष में वातावरण सृजित होगा तथा राज्य सरकार होम्योपैथी के विकास की नीतियां तय करने में इसको प्राथमिकता देगी।

SK Gautam

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