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UP News: प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों के प्रोफेसरों का बढ़ा मानदेय

Honorarium: संविदा पर कार्यरत प्रोफेसर, एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसरों को फायदा। लंबे समय से मानदेय बढ़ाने को लेकर की जा रही थी शासन से मांग।

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Newstrack Network
Published on: 18 July 2024 11:04 PM IST (Updated on: 10 Aug 2024 6:37 PM IST)
Honorarium increased for professors of medical colleges
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Honorarium increased for professors of medical colleges 

UP News: प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में संविदा पर कार्य कर रहे चिकित्सा शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। लंबे समय से मानदेय बढ़ाने की मांग शासन ने मंजूर कर ली है। इसका फायदा जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के 70 संविदा पर कार्यरत प्रोफेसर, एसोसिएट व असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिलेगा। सबसे अधिक प्रोफेसरों के मानदेय में 85 हजार रुपये प्रति माह का इजाफा हुआ है।

प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से जारी शासनादेश के अनुसार, संविदा पर मेडिकल कॉलेज में पढ़ा रहे प्रोफेसर (आचार्य) को अब 2 लाख 20 हजार रुपये प्रति माह बतौर मानदेय मिलेगा। 2019 नवंबर के शासनादेश के तहत उन्हें अब तक 1 लाख 35 हजार रुपये मानदेय मिल रहा था। एसोसिएट (सह आचार्य) को अब 1 लाख 60 हजार रुपये प्रति माह मानदेय मिलेगा। उन्हें अबतक 1 लाख 20 हजार रुपये मिलते हैं। वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर (सहायक आचार्य) को 90 हजार के बदले 1 लाख 20 हजार रुपये प्रति माह मानदेय मिलेगा। प्राचार्य डॉ संजय काला के अनुसार, लंबे समय से प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में संविदा पर कार्य कर रहे चिकित्सा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने की मांग की जा रही थी। हालांकि शासन ने इस पर गुरुवार को मंजूरी दे दी। मेडिकल कॉलेज के 70 चिकित्सा शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा।

मंजूरी मिलने के बाद अब असिस्टेंट प्रोफेसर को 90 हजार की जगह 1.20 लाख, एसोसिएट प्रोफेसर को 1.20 लाख की जगह 1.60 लाख और प्रोफेसर के लिए 1.35 लाख की जगह अब 2.20 लाख रुपये मानदेय में मिलेंगे।



Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

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