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अमेठी में राम भरोसे अस्पताल: खेला जा रहा मरीजों की जान से, कहां हैं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

Amethi News: ग्रामीण इलाकों में बिना लाईसेंस के झोला छाप डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे है और बिना लाईसेंस मेडिकल स्टोर चला रहे है। लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहें।

Surya Bhan Dwivedi
Published on: 14 April 2022 9:57 AM GMT (Updated on: 14 April 2022 10:01 AM GMT)
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अमेठी (फोटोः सोशल मीडिया)

Amethi News: जिले की स्वास्थ सुविधाएं झोला छाप वा निजी चिकित्सालयों (private hospitals) के हवाले हो गई है। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाके तक अवैध क्लीनिक खुल गए है। आलम यहां तक है कि घरों में अस्पताल वा मेडिकल स्टोर संचालित किए जा रहे है। अवैध अस्पतालों (illegal hospitals) को मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करने में जरा भी भय नहीं लगता। लिहाजा बिना डाक्टर स्टाफ नर्स वा संसाधनों के मरीजों को भर्ती कर लेते है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने अभियान चला कर कार्यवाही की बता कही है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी (Amethi) में स्वास्थ सेवाओं का हाल बहुत ही बुरा है।स्वास्थ सेवाएं कितनी बेहतर इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीणों इलाके तक झोला छाप डाक्टर अपनी दुकानें चला रहे है।इनके पास ना ही कोई संसाधन है ना ही डिग्री डिप्लोमा है। समान्य मरीजों से लेकर भर्ती वाले मरीजों का इलाज खुलेआम किया जा रहा है।

बिना लाईसेंस के झोला छाप डॉक्टर कर रहे प्रैक्टिस

जिले के ग्रामीण इलाकों में बिना लाईसेंस के झोला छाप डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे है और बिना लाईसेंस मेडिकल स्टोर चला रहे है। लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहें इन कथित चिकित्सकों से स्वास्थ्य महकमा पूरी अनजान बना हुआ है।

आप को बताते चलें की मुसाफिर खाना थाना क्षेत्र के गंगेरवा गाँव (gangerwa village) मे एक झोला छाप डॉक्टर क्लिनिक चलाता है । सबसे बड़ी बात यह है की डॉक्टर साहब के पास न तो कोई डिग्री है और न ही मरीजो को दवा देने लाइसेंस लेकिन डॉक्टर साहब वहां मरीजो को एडमिट करते है और लोगों को ग्लूकोज की बोतल से लेकर इंजेक्शन भी लगाते है।मरीजों ने पूछे जाने पर बताया कि हम लोगो के इलाज के लिए यही विकल्प है।ग्रामीण इलाके में अन्य कोई व्यवस्था नहीं है।

मेरे पास प्रैक्टिस करने का लाईसेंस है दवा बेचने का लाईसेंस नहीं

वहीं जब कथित डॉक्टर से बात की गई तो डॉक्टर ने बताया कि मेरे पास प्रैक्टिस करने का लाईसेंस है और दवा बेचने का लाईसेंस (drug sales license) अभी तक नही बना है। डॉक्टर ने बताया कि मैं गंभीर बीमारियों का इलाज नही करता हूं बुखार जुकाम पेट दर्द की दवाएं दे देता हूं। जबकि यह पूछे जाने पर इतनी सारी दवाइयां है। मरीज को भर्ती किए हो तो साफ जवाब नहीं दे पाए।

वहीं जब इस मामले में सीएमओ (CMO) से बात की गई तो उन्होंने कहा मामले की जांच कर ऐसे लोगों पर कार्यवाही की जायेगी। समय समय पर अभियान चलाया जाता है।मामले की जानकारी हुई है।आगे उन्होंने कहा कि तत्काल टीम गठित कर जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।


Shashi kant gautam

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