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Lucknow Hotel Levana Seal: भीषण अग्निकांड के दो दिन बाद होटल लेवाना सील, जल्द चल सकता है बुलडोजर

Lucknow Hotel Levana Seal: होटल लेवाना में आग लगने की घटना के बाद अब जिम्मेदारों की नींद टूटी है।

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Written By amanNewstrack Ashutosh Tripathi
Published on: 7 Sep 2022 9:13 AM GMT (Updated on: 7 Sep 2022 9:24 AM GMT)
hotel levana seal in hazratganj lucknow
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होटल लेवाना सील (फोटो- आशुतोष त्रिपाठी)

Lucknow Hotel Levana Seal: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) स्थित लग्जरी होटल लेवाना (Hotel Levana) में भीषण अग्निकांड के दो दिन बाद अब प्रशासन एक्टिव नजर आ रहा है। होटल लेवाना में आग लगने की घटना के बाद अब जिम्मेदारों की नींद टूटी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की टीम बुधवार (07 सितंबर 2022) को हादसे वाले स्थान पर पहुंची। एलडीए की टीम ने यहां होटल लेवाना को सील कर दिया।

आपको बता दें कि, इस भीषण अग्निकांड में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे के बाद मंडलायुक्त ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) (LDA) को अवैध होटलों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। साथ ही, आदेश में लेवाना होटल को सील करने और नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। आज होटल लेवाना को सील कर दिया गया है, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है बहुत जल्द इस पर बुलडोजर भी चल सकता है।


गोलमोल रिपोर्ट के बाद सरकार LDA से नाराज

स्थानीय प्रशासन की टीम बुधवार को होटल लेवाना पहुंची। प्रशासनिक अमले ने होटल की दीवार पर सील किए जाने से संबंधित मैसेज भी लिखा। आपको बता दें कि, होटल लेवाना पर अवैध निर्माण (illegal construction) के भी आरोप लगे थे। जिसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के बारे में गोलमोल रिपोर्ट भेजी गई। इसी रिपोर्ट के बाद सरकार ने LDA से सख्त नाराजगी जाहिर की है।


सरकार ने मांगा अफसरों का ब्योरा

सरकार ने एलडीए से कहा है, कि वो दोषी अफसरों तथा कर्मचारियों का ब्योरा भेजें, साथ ही ये भी बताएं कि वो कब से कब तक तैनात रहे थे। सरकार ने लखनऊ विकास प्राधिकरण से ये भी पूछा है कि क्या इंजीनियरों के अलावा अन्य अफसरों और कर्मचारी जिम्मेदार नहीं हैं? इस बारे में तत्काल प्रमाण सहित पूरा ब्योरा LDA उपलब्ध कराए।

ऐसे हुआ खेल

लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि वर्ष 1996 में भवन के मालिकों से कहा गया था कि इस बिल्डिंग का स्वरूप बदलकर आवासीय कर लें। नहीं तो सरकारी आदेश के अनुसार, उचित धनराशि जमा कर कुछ हिस्से का भू उपयोग कार्यालय में बदलवा लें। माना जाता है कि इसी के बाद मालिकों की तरफ से ग्रुप हाउसिंग (Group Housing) का नक्शा प्रस्तुत करते हुए आवेदन किया गया था। जिसे बाद में अवैध रूप से व्यावसायिक निर्माण करा इसे होटल में बदल दिया गया। बता दें, ये होटल बीते 5 वर्षों से संचालित हो रहा है।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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