TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

UP Assembly Elections 2022: जानिए- इस बार कितना खर्च करके नेताजी बने माननीय

UP Assembly Elections 2022: एडीआर और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद 403 में से 393 नवनिर्वाचित विधायकों के चुनाव खर्च के विवरण का विश्लेषण किया है।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 5 July 2022 7:36 PM IST
UP Assembly Election 2022: Know- Netaji became honorable by spending how much this time
X

यूपी विधानसभा चुनाव 2022- एडीआर रिपोर्ट: photo - social media

Lucknow: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच (Uttar Pradesh Election Watch) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के बाद 403 में से 393 नवनिर्वाचित विधायकों के चुनाव खर्च के विवरण का विश्लेषण किया है। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान विधायकों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 40 लाख रुपये चुनाव आयोग (election Commission) द्वारा निर्धारित की गई थी। इन चुनाव खर्च दस्तावेजों में सार्वजनिक बैठकों और जुलूसों, इलेक्ट्रॉंनिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार करना, कार्यकताओं के अभियान पर खर्च, वाहनों का खर्च और अभियान सामग्री पर होने वाले खर्च का विवरण भी शामिल है।

जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 78 के अनुसार चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को चुनाव के परिणाम की घोषणा की तारीख से 30 दिनों के भीतर अपने चुनाव खर्चो की एक प्रतिलिपि सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत करनी होती है। यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने 10 विधायकों के चुनाव खर्च के शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया है।

विधयाकों का खर्च सीमा

यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने विश्लेषण किए गए 393 में से 222 (56 प्रतिशत) विधयाकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव खर्च सीमा से 50 प्रतिशत से कम चुनाव खर्च घोषित किया है। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के 393 विधायकों के चुनाव खर्च घोषणाओं के आधार पर चुनावों में उनके द्वारा खर्च की गई औसत धनराशि 18.88 लाख रुपये है जो खर्च सीमा का 47 प्रतिशत हैं।

अगर औसतन चुनाव खर्च दलवार की बात करें तो बीजेपी के 274 विधायकों का औसतन खर्च 21.08 लाख रुपये (चुनाव खर्च सीमा का 52.7 प्रतिशत) है। सामाजवादी पार्टी के 109 विधायकों का औसत चुनाव खर्च 14.88 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 37.2 प्रतिशत) है, काग्रेंस के 2 विधायकों का औसत चुनाव खर्च 22.66 लाख ( चुनाव खर्च सीमा का 56.7 प्रतिशत) है और बहुजन समाज पार्टी के 1 विधायक का चुनाव खर्च 9.43 लाख (चुनाव खर्च सीमा का 23.6 प्रतिशत) है।

चुनाव में अधिकतम खर्च

चुनाव में अधिकतम खर्च घोषित करने वाले शीर्ष तीन विधायकों की बात करें तो अपना दल (सोनेलाल) के जय कुमार सिंह हैं जो फतेहपुर जिले के बिन्दकी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। जय कुमार सिंह ने कुल चुनाव खर्च का 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया है, दूसरे स्थान पर जौनपुर जिले के शाहगंज निर्वाचन क्षेत्र के रमेश सिंह हैं, उन्होंने ने भी 90 प्रतिशत पैसा चुनाव में खर्च किया है। तीसरे स्थान पर चन्दौली के सैयदराजा निर्वाचन क्षेत्र के सुशील सिंह हैं जिन्होंने 89 प्रतिशत कुल खर्च सीमा का किया है।

यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स विश्लेषण किए गए 393 में से 319 (81 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के साथ सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर धन खर्च किया है और 74 (19 प्रतिशत) विधायकों ने घोषण की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के साथ सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर कोई धन खर्च नहीं किया है।

इलेक्ट्रानिक प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार

यूपी इलेक्शन वॉच द्वारा विश्लेषण किए गए 393 में से 374 ( (88 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के बिना सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर धन खर्च किया है और 46 (12 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने स्टार प्रचारकों के बिना सार्वजनिक बैठकों, जुलूसों आदि पर कोई धन खर्च नहीं किया है। 254 (65 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने इलेक्टॉनिक, प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार पर धन खर्च किया है और 139 (35 प्रतिशत) विधायकों ने घोषणा की है कि उन्होंने इलेक्ट्रानिक प्रिंट मीडिया के माध्यम से प्रचार पर कोई धन खर्च नहीं किया जायेगा।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story