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दूसरी बीवी के सहयोग से पहली पत्नी की कर दी हत्या
पैसे नहीं देने पर पति हैवानियत पर उतर आया, दूसरी बीवी के साथ मिलकर पति ने उसे मारापीटा और बगल के एक खण्डहर में घसीटते हुए ले जाकर उसके सीने पर बैठकर गला दबा दिया। जिससे पहली पत्नी की मौत हो गयी और इस कुकृत्य में दूस
सुलतानपुर :पैसे नहीं देने पर पति हैवानियत पर उतर आया, दूसरी बीवी के साथ मिलकर पति ने उसे मारापीटा और बगल के एक खण्डहर में घसीटते हुए ले जाकर उसके सीने पर बैठकर गला दबा दिया। जिससे पहली पत्नी की मौत हो गयी और इस कुकृत्य में दूसरी बीवी ने बखूबी पति का साथ दिया।
कुड़वार थाना क्षेत्र के बंधुआकला का मामला
मिली जानकारी के अनुसार कुड़वार थाना क्षेत्र के बंधुआकला के कैथनटोला में रहने वाले राम बहादुर की 48 वर्षीय पत्नी प्रभावती की लाश उसके घर के बगल स्थित एक खण्डहर में पायी गयी। पड़ोसियों द्वारा दी गयी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पूछताछ किया तो सारा मामला परत दर परत खुलता गया। प्रभावती को गले में रस्सी के फन्दे से कसकर मारा गया था।
दूसरी पत्नी शीला की अपेक्षा प्रभावती को कम देता था महत्व
कुड़वार थानाध्यक्ष नन्दकुमार तिवारी ने राम बहादुर और उसकी दूसरी पत्नी शीला को हिरासत में लिया तो जघन्य अपराध की सारी पोल खुल गयी। कड़ाई से पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि उसने अपनी दूसरी पत्नी शीला के साथ मिलकर प्रभावती मौत के घाट उतारा है । रात भर पैसों को लेकर उसकी पहली पत्नी से प्रभावती से झगड़ा हुई थी । दूसरी तरफ यह भी चर्चा रही कि रामबहादुर पहली बीवी प्रभावती को दूसरी पत्नी शीला की अपेक्षा कम महत्व देता था। जिस वजह से घर में हमेशा कलह मची रहती थी। इस कारण हो रही किचकिच को हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त करने के लिए राम बहादुर ने प्रभावती को मौत की नींद सुला दिया । कुड़वार थानाध्यक्ष इस मामले में गहराई से छानबीन करने में जुटे हैं । दोनों से पूछताछ चल रही हैं।
बच्चों के आगे ही उठाकर ले गया था दरिन्दा पति
प्रभावती की तीन बेटियां और एक लड़का है। जिसमें बड़ी लड़की पिंकी की शादी हो चुकी है। दूसरी लड़की रिंकी की शादी की तैयारी चल रही थी। तीसरी बेटी शिल्पी अभी घर में ही रहती है औेर बेटा अमरजीत मजदूरी करता है।जबकि दूसरी बीवी शीला के भी दो सन्तानें हैं। प्रभावती की बेटियों ने यह नहीं सोचा था कि आज के बाद उसकी मां उनके बीच नहीं रहेगी। डरी सहमी बेटियों को जब मोहल्ले वालों का सहारा मिला तो वह बिलख पड़ी और पुलिस को बताया कि रात करीब चार बजे उसकी मां को पीटने के बाद पिता और सौतेली मां मेरी माँ को उठाकर बाहर की तरफ ले गये। उन्हें तनिक भी अंदेशा नहीं था कि यह दोनों लोग उनकी मां की हत्या कर देंगे। पिता ने उसकी मां को पीटने के बाद गोद में उठाया और सौतेली मां शीला मेरी मां के पैर पकड़कर उनकों बाहर लेकर चले गये। काफी देर रात तक उसकी मां प्रभावती नहीं लौटी, सुबह देखा तो उनकी लाश पड़ी थी।
उगला हत्या का राज
एसओ नन्दकुमार तिवारी ने कड़ाई से पूछताछ किया तो रामबहादुर ने हत्या का राज उगल दिया। बताया कि अपने दूसरे खण्डहर घर में प्रभावती को ले गया। शीला ने कसकर उसके पैेर पकड़े और उसने उसके सीने पर चढ़कर गले में रस्सी लपेटकर कस दिया। चन्द क्षण तड़पने के बाद प्रभावती ने दम तोड़ दिया।