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सीबीआई की छापेमारी के बाद आईएएस बी. चंद्रकला की नई प्रतिभा आई सामने
यूपी में अवैध खनन मामले में सीबीआई की छापेमारी के बाद चर्चित आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला ने एक बार फिर शायराना अंदाज में अपनी बात लोगों के सामने रखी है। चंद्रकला ने अपने लिंकडिन प्रोफाइल पर अपनी कविता को साझा किया।
लखनऊ : यूपी में अवैध खनन मामले में सीबीआई की छापेमारी के बाद चर्चित आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला ने एक बार फिर शायराना अंदाज में अपनी बात लोगों के सामने रखी है। चंद्रकला ने अपने लिंकडिन प्रोफाइल पर अपनी कविता को साझा किया।
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प्रिय दोस्तों,
आइए, परमात्मा के दिये इस नये सवेरे में हम अपनी तरफ से प्रेम की सुगंध फैलाएं।।
नफरत और घृणा से जीवन, दूषित होता है।।
इन सुंदर पंक्तियों के साथ शुभारम्भ करते हैं...
आ सोलह श्रृंगार करूं, मैं,
आ मैं तुमको, प्यार करूं, मैं।।
घर से निकल कर, सीधी सड़क पर,
चौवाड़े से दायीं, मुड़ जाना,
वह जो गंगा तट है, देखो,
ऊपर एक मंदिर है, पुराना।।
उसके पीछे पीपल का वृक्ष,
जाने मन तुम, वहीं आ जाना,
आना तुम छिप-छिप कर आना,
आना, नजरें चार करेंगे,
मधुवन का श्रृंगार बनेंगे।।
हेट की रात है, बड़ी ही सुहानी,
माहताब है, देख दिवानी,
रातरानी, चंपा, चमेली,
फूल, तुम लाना संग में सहेगी।।
रजनीगन्धा को भी ले आना,
दोस्त है ये अपना, बड़ा ही पुराना,
आना, जरा जल्दी आ जाना।।
चंदा की बे-सब्री देखो,
उग आयी है, रात की रानी,
नदियों की धारा तुम, देखो,
देखो इसका, कल-कल पानी।।
कोयल की स्वर, देखो, हे प्रिये!
उर्वशी भी है, तेरी दिवानी,
कुमकुम के रंगों से सज गयी,
गौधूली की प्रीत पुनानी।।
देखो, जब मंदिर में बजेगी,
संध्या-भजन की घंटी, तब तुम,
बीत जाए जब, एक पहर और,
घर से निकल ही आना प्रिय तुम।।
मैं बैठा इंतजार करूंगा,
पीपल के नीचे, चांदनी रात में,
मैं बन दर्पण, श्रृंगार करूंगा,
आना तुमको मैं प्यार करूंगा।।
छापा, जांच की प्रक्रिया का एक हिस्सा मात्र है ।। -- आपकी चंद्रकला ।।
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गौरतलब है कि तेलंगाना के करीमनगर में जन्मी चंद्रकला अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखती हैं । उन्होंने हैदराबाद के कोटी वूमेंस कॉलेज और उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बाकी पढ़ाई की है।