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18 IAS सुपरसीड, 'अमर बेल' के सहारे चीफ सेक्रेटरी बने दीपक

Rishi
Published on: 6 July 2016 6:16 PM GMT
18 IAS सुपरसीड, अमर बेल के सहारे चीफ सेक्रेटरी बने दीपक
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लखनऊः चुनावी साल में यूपी की नौकरशाही को बुधवार को नया मुखिया मिल ही गया। आलोक रंजन के चीफ सेक्रेटरी पद से रिटायर होने के 6 दिन बाद सरकार ने दीपक सिंघल को नया चीफ सेक्रेटरी बनाया है। वह अभी तक सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव थे। बता दें कि आलोक रंजन के रिटायर होने के बाद एपीसी प्रवीर कुमार मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल रहे थे। प्रवीर भी दीपक सिंघल के ही बैच के हैं। दीपक सिंघल इस पद पर 18 वरिष्ठ आईएएस को सुपरसीड करके पहुंचे हैं।

13 दिन में पद से हटाए गए थे सिंघल

दीपक सिंघल को साल 2014 में सपा सरकार ने प्रमुख सचिव गृह बनाया था, लेकिन इस पद पर वह ज्यादा दिन टिक नहीं सके थे। सिर्फ 13 दिन में ही सरकार ने उन्हे इस पद से हटा दिया था।

वरिष्ठ नेता को तसल्ली की चर्चा

-हाल ही में सपा से राज्यसभा सांसद चुने गए अमर सिंह के कथित टेप कांड से दीपक सिंघल चर्चा में आए थे। उनके चीफ सेक्रेटरी बनने से नौकरशाही में मिली-जुली प्रतिक्रिया है। अफसरों में चर्चा ये है कि इससे कुछ हुआ हो या नहीं, लेकिन सरकार के एक वरिष्ठ नेता को तसल्ली जरूर मिली है।

काम आया 'अमर' कनेक्शन?

कहा जा रहा है कि दीपक सिंघल के चीफ सेक्रेटरी बनने में उनका 'अमर' कनेक्शन काम आया है। अफसरों के बीच बुधवार को इसी की चर्चा थी कि इसी 'अमर बेल' के सहारे सिंघल चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी तक पहुंचने में सफल हुए।

18 सीनियरों को किया सुपरसीड

-1982 बैच के दीपक सिंघल ने अपने से 18 वरिष्ठ आईएएस अफसरों को पीछे छोड़कर चीफ सेक्रेटरी का पद हासिल किया।

-इनमें 1979 बैच के राजस्व परिषद के चेयरमैन अनिल कुमार गुप्ता, 1980 बैच के शैलेश कृष्ण शामिल।

-1981 बैच के कुंवर फतेह बहादुर और 1982 बैच के एपीसी प्रवीर कुमार को भी सुपरसीड किया।

-दीपक से 13 और वरिष्ठ आईएएस अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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