Banda News: IAS दुर्गाशक्ति के बांदा डीएम बनने से खादी और खाकी के माथे पर बल

IAS Durga Shakti Nagpal : आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल ने बतौर जिलाधिकारी बांदा कार्यालय ज्वाइन किया है। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ दुर्गाशक्ति नागपाल ने जिले जायजा लिया।

Om Tiwari
Published on: 3 April 2023 1:57 PM GMT
Banda News: IAS दुर्गाशक्ति के बांदा डीएम बनने से खादी और खाकी के माथे पर बल
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दुर्गा शक्ति नागपाल (फोटो-सोशल मीडिया)

Banda News: आईएएस दुर्गाशक्ति नागपाल बतौर डीएम बांदा में कैसी पारी खेलती हैं इसे लेकर चर्चाओं और अनुमानों का बाजार गर्म है। बुंदेलखंड खासकर बांदा अवैध खनन और परिवहन के लिए लंबे समय से कुख्यात है। जबकि बतौर एसडीएम दुर्गा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खनन माफियाओं को अपनी जिस शक्ति से रूबरू कराया था। उससे बांदा में उनके रवैए को लेकर जहां बहस के बीच कयासों का दौर जारी है, वहीं अवैध खनन में संलिप्त सफेदपोशों से लेकर उनकी साझेदार बनीं खाकी और प्रशासनिक अमले के एक हिस्से में उभरी चिंता की लकीरों को दुर्गाशक्ति की कार्यशैली से जोड़कर देखा जाता है।

बुंदेलों की सेवा का मौका खुशी का विषय: बांदा डीएम

नवागंतुक डीएम नागपाल ने बांदा पहुंचकर कोषागार में कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने बुंदेलों की सेवा का अवसर मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा- शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों एवं योजनाओं को धरातल में उतारना उनकी प्राथमिकता है। जन शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर विशेष फोकस रहेगा। उनका मकसद अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाना है।

जरूरतमंदों के लिए हमेशा द्वार खुला, फोन में भी बताएं परेशानी

बांदा डीएम नागपाल ने कहा- आम नागरिकों और जरूरतमंदों के लिए उनका द्वार हमेशा खुला है। आम लोग कभी उनके यहां दस्तक दे सकते हैं। उनसे सम्पर्क कर कर सकते हैं। दूरभाष पर भी अपनी समस्याएं बता सकते हैं।

अधीनस्थों को भी दुर्गाशक्ति नागपाल का दो टूक हिदायत

नागपाल ने अधीनस्थ अधिकारियों को भी दो-टूक हिदायत दी। उन्होंने कहा- जन समस्याओं का निस्तारण सभी अधिकारियों की प्राथमिकता होगी। जनता दर्शन में सभी अधिकारियों को निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी।

तीनों ADM, CM और SDM सदर ने की DM की अगुवानी

यूपी के चिकित्सा शिक्षा विभाग में विशेष सचिव रहीं दुर्गाशक्ति नागपाल की कार्यभार ग्रहण से पहले एडीएम फाइनेंस एवं रेवेन्यू उमाकांत त्रिपाठी, एडीएम जस्टिस अमिताभ यादव और एडीएम नमामि गंगे एमपी सिंह, चीफ ट्रेज़री आफिसर दिनेश बाबू, सिट्टी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार और एसडीएम सदर सुरभि शर्मा आदि ने अगुवानी की। नागपाल ने सभी के साथ ट्रेजरी आफिस और कलेक्ट्रेट कंपाउंड का निरीक्षण किया।

कार्यभार के साथ चर्चाओं में शुमार IAS दुर्गा की कार्यशैली

उधर नागपाल कार्यभार ग्रहण कर रही थीं, इधर उनकी कार्यशैली को लेकर जिला मुख्यालय में आम बहस का दौर जारी था। चाय पान की दुकानों, राजनैतिक गलियारों, सामाजिक-व्यापारिक संगठनों और अखबारी कार्यालयों से बौद्धिक जिमखानों तक दुर्गा नागपाल ही चर्चा में शुमार थीं। सोशल मीडिया के जमाने में दुर्गा की प्रशासनिक पृष्ठभूमि से वाकिफ लोग बांदा में उनके संभावित असर को अपने अपने ढंग से व्यक्त करते हैं। लेकिन इस बीच गौरतलब टिप्पणियां भी उभरती हैं। कुछ उम्मीदों का सागर समेटे तो कुछ निराशा के समंदर में समाने को आतुर। सही गलत का अनुमान लगाना मुश्किल।

आसान नहीं खादी, खाकी और प्रशासन के हिस्से का गठजोड़ तोड़ना

पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत चंद्रशेखर की समाजवादी धारा के बुंदेली स्तंभ रहे जमुना प्रसाद बोस के बौद्धिक उत्तराधिकारी और पेशे से अधिवक्ता ने -न्यूजट्रेक- के कुरेदने पर नाम न छापने का आग्रह कर कहा- तथाकथित माफिया समर्थक रही अखिलेश सरकार में खनन माफियाओं को उनकी औकात बताकर सुर्खियों में आईं श्रीमती नागपाल माफिया मेट योगी सरकार में क्या करेंगी यह देखना होगा। लेकिन देखने की बात यह भी होगी कि बांदा में खनन माफिया के सदाबहार सहयोगी बने सत्तापक्ष के लोगों के गिरेबान तक दुर्गा के हाथ पहुंचेंगे या पूर्ववर्तियों की तरह उनके भी हाथ खाली ही रहेंगे। वास्तव में अवैध खनन और परिवहन के काले कारोबार में खादी और खाकी के साथ प्रशासन के एक हिस्से की जैसी संलिप्तता है उससे निपटना आसान नहीं होने के बावजूद बतौर DM नागपाल के प्रशासनिक कौशल पर सबकी नजर रहेगी।

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