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IAS और IPS विवाद के बीच PCS की चिट्ठी ने डाला आग में घी

aman
By aman
Published on: 15 Dec 2017 8:32 AM GMT
IAS और IPS विवाद के बीच PCS की चिट्ठी ने डाला आग में घी
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लखनऊ: यूपी में आईएएस बनाम आईपीएस अफसरों में जारी टकराव कम होने का नाम नहीं ले रहा। हालांकि, बीचबीच में नसीहतों का दौर भी शुरू हो गया है। आईपीएस एसोसिएशन के सचिव ने चिट्ठी लिखकर समान आदर भाव से साथ काम करने की नसीहत दे डाली। आईजी के खत से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि ऊंची कुर्सी और खुद को ऊंचा दिखाने की कोशिशों में अफसर ज़्यादा मेहनत करते हैं।

लेकिन इस बीच एडीएम (PCS) शामली की चिट्ठी ने इस पूरे मामले में एक बार फिर आग में घी डालने का काम किया है। एडीएम शामली ने चिट्ठी लिखकर एसपी समेत ज़िले भर के थानेदारों को मीटिंग के लिए कलेक्ट्रेट में तलब किया है। इस वाकये के बाद तो विवाद और गहराने के आसार नज़र आने लगे हैं।

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सीएम ने तो कर दी परफॉर्मेंस दिखाने तक की बात

खैर जो भी हो, लेकिन एक बात तो तय है कि यह विवाद उतना भी साधारण नहीं जितना इसे शुरुआत में समझा गया था। इसकी गंभीरता इससे समझी जा सकती है कि गुरुवार को आखिरकार प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को हस्तक्षेप करना पड़ा था। 'आईएएस वीक' में सीएम योगी ने आईएएस अफसरों को नसीहत देते हुए कहा था कि 'आप जिस जगह पर बैठे हैं, उसी हिसाब से परफॉर्मेंस भी दिखनी चाहिए।' सीएम का इतना कहना अपने आप में काफी कुछ कह गया। वहीं, योगी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी आईएएस और आईपीएस अफसरों को गाड़ी के दो पहिये बताते हुए राजनीति और बयानबाज़ी से बचने की नसीहत दी।

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ख़त्म हो 'सामंतशाही प्रोटोकॉल'

यूपी में आईएएस अधिकारियों को अधिक अधिकार दिए जाने से नाराज आईपीएस एसोसिएशन ने आईएएस वीक के बीच फिर मोर्चा खोल दिया है। आईपीएस एसोसिएशन के सचिव व आईजी एटीएस असीम अरुण ने चिट्ठी लिखकर 'सामंतशाही प्रोटोकॉल' को खत्म करने के साथ समता समावेश और आदर के भाव से कार्य करने की नसीहत दी है। असीम अरुण ने आईएएस एसोसिएशन के सचिव को संबोधित करते हुए इस चिट्ठी में बाक़ायदा इस बात का ज़िक्र किया गया है कि ऊंची कुर्सी, कौन बायें बैठा, किस की गाड़ी पहले निकली और फोन कॉल पर पहले कौन आया... जैसी बातों पर ज़्यादा ऊर्जा खर्च होती है। इस चिट्ठी के मज़मून से ज़ाहिर होता है, कि अफसरों के बीच इन्हीं बातों को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है।

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डीएम शामली की चिट्ठी बढ़ाएगी 'आग'

आईएएस और आईपीएस अफसरों के दरमियान टकराव की ख़बरों के बीच एडीएम फाइनेंस शामली की चिट्ठी सामने आई है। इसके जरिए एसपी शामली, एडिशनल एसपी, सीओ और थानेदारों को अपराध नियंत्रण/शांति व्यवस्था/अभियोजन कार्यों के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 20 दिसंबर को शाम 4.30 बजे बैठक में कलेक्ट्रेट में बुलाया गया है। इस चिट्ठी के सामने आने के बाद टकराव और बढ़ने की आशंका है।

पहले का पत्र ...

दबाव में डीएम ने किया संशोधन

इसी बीच शामली के डीएम की 12 दिसम्बर को जारी वह चिट्ठी सामने आ गई, जिसमें 20 दिसम्बर को कलेक्ट्रेट में क्राइम मीटिंग बुलाई गई थी। इस चिट्ठी से विवाद ने तूल पकड़ लिया। ऐसे में डीएम शामली का भी दबाव में आना लाजिमी था। उन्होंने आनन-फानन में 15 दिसम्बर को संशोधित पत्र जारी कर आईएएस और आईपीएस विवाद की आग में पानी डालने की भरसक कोशिश की। इसमें कहा गया है कि यह मीटिंग सिर्फ अभियोजना कार्यों के लिए बुलाई गई है। पर तीन दिन में इस चिटठी से निकली आंच ने जो संकेत पेश किए हैं। उसने साफ कर दिया है कि यह विवाद जल्द थमने वाला नहीं है।

डीएम के क्राइम मीटिंग संबंधी पत्र पर जब विवाद शुरू हुआ तो उसी समय प्रमुख सचिव गृह ने मामले को यह कह कर ठंडा करने का प्रयास किया कि क्राइम मीटिंग से संबंधित आदेश का अध्ययन किया जा रहा है। पर इसी बीच डीएम शामली का यह पत्र सामने आ गया।

संशोधित पत्र ...

संशोधित पत्र

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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