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अगर कार्ड से करते हैं पेमेंट तो हो जाइए सावधान!
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आशंका है कि यह एक बड़ा और अंतर राज्यीय गिरोह हो सकता है। पुलिस उनके पीछे लगी हुई है। साइबर सेल और पुलिस की दूसरी टीमों को उन्हें पकडऩे के टास्क पर लगाया है। जल्द ही उन्हें दबोच लिया जाएगा।
नोएडा: अगर आप किसी रेस्त्रां में कार्ड से पैमेंट करते हैं तो सावधान हो जाइए। आजकल एक संगठित गिरोह कार्ड क्लोन कर लोगों के खातों से पैसा निकाल रहा है। कोतवाली सेक्टर 24 पुलिस ने रेस्त्रां में कार्ड क्लोन कर लोगों के खाते से पैसा निकालने वाले गिरोह के 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास कार्ड क्लोन करने वाला डिवाइस बरामद किया है। जबकि आरोपितों के दो साथी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहे।
पुलिस के मुताबिक रविवार रात सबइंस्पेक्टर संदीप चौधरी गश्त कर रहे थे। तभी मुखबिर ने उन्हें लॉजिक्स मॉल तिराहे के पास कुछ बदमाशों के हाने की सूचना दी। इस जानकारी पर रात करीब 11ः35 पर घेराबंदी कर शुभम राव निवासी छलेरा, कौशल गुप्ता निवासी सेक्टर 37 हरिजन बस्ती और सुमित सिंह बिष्ट निवासी मंडावली दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उनके साथी दीपक और समीर अंधेरे में भागने में कामयाब रहे। तलाशी लेने पर शुभम की जेब से करीब 3 इंच लंबी कार्ड क्लोन डिवाइस बरामद की गई। जिसमें एक ओर छोटा सा गोल बटन लगा और दूसरी ओर एटीएम कार्ड डालने का खांचा बना हुआ है। पुलिस ने दोनों को गिरफतार कर लिया।
जल्दी अमीर बनने के लिए रेस्टोरेंट में आने वाले लोगों का कार्ड करते थे क्लोन
पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे तीनों सेक्टर 32 के इंपरफेक्टो रेस्टोरेंट बार में काम करते हैं। कम समय में अमीर बनने के लिए उन्होने रेस्त्रां में आने वाले लोगों को ठगने का धंधा शुरू किया। उन्होंने जानबूझकर रेस्त्रां में लगे सीसीटीवी कैमरे को काउंटर पर फोकस कर दिया।
जब ग्राहक काउंटर पर खड़े होकर स्वाइप मशीन में कार्ड का पासवर्ड भरता तो वह जानकारी कैमरे में दर्ज हो जाती। इसी दौरान बात- बात में ग्राहक का कार्ड लेकर दूसरी ओर छिपाकर रखी गई डिवाइस में डालकर क्लोन कर लिया जाता। ग्राहक के जाने के बाद सीसीटीवी से पासवर्ड निकाला जाता। उसके बाद क्लोन कार्ड और पासवर्ड बाकी दो साथियों के हवाले कर दिए जाते। वे दोनों दूसरी जगह जाकर क्लोन हुए कार्ड से लोगों के खाते में से पैसे निकालते और सब के बीच में बराबर- बराबर बांट लेते।
इसी तरह के मामले में पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
बताते चलें कि पिछले महीने जीआईपी मॉल में बने बर्गर किंग रेस्त्रां के कर्मचारी को भी इसी तरह के मामले में पकड़ा गया था। पूछताछ में मैनेजर ने बताया था कि उसने पासवर्ड देखने के लिए कैमरे को खास एंगल पर सेट कर रखा था। साथ ही कार्ड क्लोन करने के लिए काउंटर में छिपाकर डिवाइस रखी हुई थी। वह उन क्लोन कार्ड और पासवर्ड को दूसरे साथी को देता, जिसके बदले में उसे हर सप्ताह हजारों रुपए कमिशन के रूप में मिलते थे।
पुलिस उस कमिशन देने वाले दूसरे साथी की तलाश कर रही है। अब दूसरा मामला सामने आने के बाद माना जा रहा है कि कोई गिरोह संगठित रूप से शहर के रेस्त्राओं में काम करने वाले कर्मियों को अपने गैंग में शामिल कर इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहा है।एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आशंका है कि यह एक बड़ा और अंतर राज्यीय गिरोह हो सकता है। पुलिस उनके पीछे लगी हुई है। साइबर सेल और पुलिस की दूसरी टीमों को उन्हें पकडऩे के टास्क पर लगाया है। जल्द ही उन्हें दबोच लिया जाएगा।