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आईआईएसएफ-2018: छात्रों ने नजदीक से देखी नई तकनीक

sudhanshu
Published on: 5 Oct 2018 3:24 PM GMT
आईआईएसएफ-2018: छात्रों ने नजदीक से देखी नई तकनीक
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लखनऊ: गोमतीनगर रेलवे ग्राउण्ड में आयोजित चौथे भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के पहले दिन छात्रों ने उन्नत तकनीकी को नजदीक से देखा। पोलर सैटेलाइट लांच वैहिकल (पीएसएलवी) व सीएसएलवी को खूबियों को जाना। युद्धक टैंक, लड़ाकू विमान, मिसाइल और चंद्रयान की झलक देखी। केन्द्रीय विज्ञान एवं टेक्नोलाॅजी मंत्री डा. हर्ष वर्धन व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को महोत्सव का उद्घाटन किया।

डा हर्ष वर्धन ने कहा कि विज्ञान प्रेमी एक ही स्थान पर देश में विज्ञान से जुड़ी गतिविधियों व इनोवेशन को देख सकेंगे। लोगों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुए हर अत्याधुनिक पहलू को नजदीक से जानने का अवसर मिलेगा। देश में स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है और विज्ञान में अग्रणी 10 देशों में से भारत एक है। विज्ञान को एक जन आन्दोलन का रूप देने का प्रयास है। प्रयास किया जा रहा है कि वैज्ञानिक पूरे देश को नजदीक से देखें और देश के युवा भी विज्ञान को नजदीक से देखें और समझें। रेलवे मैदान में लगे मेगा साइन्स टेक्नोलाॅजी एण्ड इंडस्ट्री एक्सपो में देश के कई राज्यों के विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग तथा विभिन्न संगठनो और संस्थानों द्वारा इनोवशन की प्रदर्शनी लगाई गई है।

महोत्सव राजधानी के लिए गौरव की बात

डिप्टी सीएम डा दिनेश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि इसका मकसद लोगों को विज्ञान और प्रोद्योगिकी की सफलता बताना है। पिछले चार महोत्सव जनता, युवा वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स, टेक्नोक्रेट्स, ग्रासरूट इनोवेटर्स और छात्रों के बीच वैज्ञानिकता और महत्व को बढ़ावा देने में सफल रहें। राजधानी के लिए यह गौरव की बात है कि केंद्र सरकार ने चौथे भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के लिए लखनऊ का चयन किया।

इन मंत्रालयों व संगठनों ने की शिरकत

गोमतीनगर के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्स हाल में नेशनल सोशल आर्गेनाइजेशन्स एण्ड इंस्टिट्यूशन्स मीट विषयक सत्र को सम्बोधित करते हुए डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम में करीब 1000 से अधिक वैज्ञानिक संगठनों के साथ एक मेगा विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन है। इसमें सीएसआईआर, डीआरडीओ, इसरो, डीएई आदि प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संगठनों के साथ डीएसटी, डीबीटी, आयुष-मंत्रालय, एमओईएस, पर्यावरण मंत्रालय, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एवं सीसी), स्वच्छ गंगा (एनएमसीजी) के राष्ट्रीय मिशन, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, इलेक्ट्राॅनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इण्डियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), केन्द्रीय जल आयोग, रेल मंत्रालय उपलब्धियां प्रदर्शित कर रहा है। 2015 से लगातार महोत्सव का आयोजन हो रहा है।

ये हैं खास बातें

रंगीन हस्तशिल्प प्रदर्शनी का भी आयोजन।

सैकड़ों कारीगर अपने सुंदर शिल्प कार्यों का प्रदर्शन करेंगे।

सभी राज्य सरकार के विभाग आकर्षण का विषय हैं।

10 लाख से अधिक लोग तकनीकी प्रगति को नजदीक देखेंगे।

तकनीक ने कृषि उत्पादन लागत में कमी लाई।

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