आईआईटी कानपुर का दावा भारत में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर की गति हुई धीमी

IIT Kanpur :प्रोफेसर राजेश रंजन ने कोविड-19 को लेकर बताया भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में चरम पर पहुंच गया था।

Avanish Kumar
Reporter Avanish KumarPublished By Shraddha
Published on: 26 May 2021 8:25 AM GMT
वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर कोविड-19 संक्रमण में भारी गिरावट आई है
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आईआईटी कानपुर प्रोफेसर राजेश रंजन

IIT Kanpur : आईआईटी कानपुर प्रोफेसर महेंद्र वर्मा और प्रोफेसर राजेश रंजन के साथ उनकी टीम ने कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण को लेकर एक बार फिर बयान जारी किया है और उन्होंने कहा है कि भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच गया था और वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर कोविड-19 संक्रमण में भारी गिरावट आई है और अब देश में कोविड-19 की दूसरी लहर की गति धीमी हो रही है।

आईआईटी कानपुर प्रोफेसर राजेश रंजन ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर बताया है कि भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच गया था। वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर इसमें भारी गिरावट आ रही है। भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर की गति धीमी हो रही है। विभिन्न हस्तक्षेप व प्रयासों के कारण देश में पीक 8 मई के मुकावले दैनिक मामलों की औसत संख्या इसके मूल्य का लगभग 60 फीसद हो गई है। परीक्षण सकारात्मकता दर (पीटीआर) भी 8 मई को लगभग 23 फीसद के उच्च मूल्य से घटकर लगभग 12 फीसद हो गई है, जो दैनिक परीक्षण क्षमता में वृद्धि के कारण है।मृत्यु दर (सीएफआर) वढ़कर लगभग 1.7 फीसद हो गई है,लेकिन सक्रिय संक्रमणों कमी के साथ जल्द ही इसके कम होने की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि गोवा, कर्नाटक, केरल, पश्चिम वंगाल, तमिलनाडु, उड़ीसा व पूर्वोत्तर राज्यों में उच्च टीपीआर दर 20 फीसद से अधिक है। जबकि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, विहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, पंजाब, तेलंगाना व उत्तराखंड में टीपीआर दर 10 फीसद से कम है। न्यूनतम सीएफआर दर वाले राज्य उड़ीसा 0.2 फीसद, केरल 0.5 फीसद तथा उच्चतम खतरनाक सीएफआर वाले राज्य दिल्ली 9 फीसद और महाराष्ट्र 3.7 फीसद है।

कुछ राज्यों में संक्रमण का पीक आना है बाकी

आईआईटी कानपुर प्रोफेसर राजेश रंजन ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर बताया है कि भारत में अधिकतर राज्यों में पिक संक्रमण का आ चुका है लेकिन अभी भी अगर हम आंकड़ों पर नजर डालें तो पश्चिम बंगाल, उड़ीसा व सभी पूर्वोत्तर राज्यों में अभी पीक आना बाकी है और यहां पर भी तेजी के साथ संक्रमण बढ़ेगा और उतनी ही रफ्तार के साथ नीचे गिरेगा।

पूर्वानुमान के लिए लॉन्च की वेबसाइट

आईआईटी कानपुर के प्रो राजेश रंजन और प्रोफेसर महेंद्र वर्मा कोविड-19 को लेकर देशभर के जिलावार पूर्वानुमान विवरण प्रदान करने के लिए 'कोविड-19 भविष्यवाणी मॉडल' पर काम करते हुए निरंतर पूर्वानुमान जारी कर रहे है। इस संदर्भ में दैनिक पूर्वानुमानों के लिए एक वेबसाइट ( https: // covid19-forecast.org ) भी लॉन्च की है। वेबसाइट के माध्यम से टेस्ट दर, पॉजिटिविटी दर, मृत्यु दर व भविष्य की स्थिति को लेकर पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।

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