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Hapur: मकान में चल रहे गर्भपात सेंटर पर छापा, सेंटर हुआ सील
इसके अलावा सेंटर से विभिन्न विभागों की मौहर और मार्कशीट भी बरामद हुई है, टीम ने सेंटर को सील कर दिया है। जबकि आरोपितों की तलाश में टीमों को लगा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देहात थाने में तहरीर दी गई है।
Hapur: हापुड़ जनपद में देहात थाना क्षेत्र के प्रहलाद नगर में एक मकान में चल रहे अवैध गर्भपात सेंटर पर बृहस्पतिवार को एसडीएम सदर दिग्विजय सिंह ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के साथ छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान सेंटर संचालक और मकान स्वामी फरार हो गए, मौके पर टीमों को गर्भपात के उपकरण, डिलीवरी के सामान, एक्सपायर दवाएं सहित विभिन्न माल बरामद हुआ है।
इसके अलावा सेंटर से विभिन्न विभागों की मौहर और मार्कशीट भी बरामद हुई है, टीम ने सेंटर को सील कर दिया है। जबकि आरोपितों की तलाश में टीमों को लगा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देहात थाने में तहरीर दी गई है।
प्रहलाद नगर के एक मकान में अभय होम्यो हैल्थ सेंटर के नाम से एक क्लीनिक संचालित हो रहा है। जिस पर डाक्टर एच सिंह और डाक्टर पारूल चौधरी बैठते हैं एसडीएम सदर दिग्विजय सिंह को बृहस्पतिवार को सूचना मिली थी कि सेंटर पर फर्जी तरीके से जांच हो रही हैं। साथ ही यहां पर गर्भपात भी किया जा रहा है। इस सूचना पर एसडीएम, सीएचसी अधीक्षक डाक्टर दिनेश् खत्री और एसएचओ देहात विनोद पाण्डेय टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।
टीम को आता देखकर उसमें काम कर रहे चिकित्सक मौके से फरार हो गए। जबकि जिस मकान में यह सेंटर संचालित हो रहा था, उसका स्वामी भी टीम को देखकर फरार हो गया, जब टीम सेंटर के भीतर गई तो वहां रखे उपकरण को देखकर चौक गई। क्योंकि सेंटर में गर्भपात के उपकरण, डिलीवरी के उपकरण आदि मौजूद थे। पुलिस ने सेंटर में तलाशी ली तो उसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी हापुड़ और गाजियाबाद के अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक गाजियाबाद, शहर के एक प्रतिष्ठित चिकित्सक दंपती की मौहर के अलावा विभिन्न स्कूलों की मौहर और मार्कशीट बरामद हुई।
जिसके बाद एसडीएम ने मौके पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्चना गुप्ता को भी मौके पर बुला लिया, टीम की इस छापामार कार्रवाई से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, एसडीएम सदर दिग्विजय सिंह ने बताया कि मौके से जो-जो सामान बरामद हुआ है उसे सील कर दिया गया है। साथ ही सेंटर को भी सील किया गया है। इस
सनसनीखेज मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं।