अवैध मिट्टी खनन से बन गयी झील, एक की मौत के बाद भी सो रहा प्रशासन

Rishi
Published on: 31 July 2017 3:37 PM GMT
अवैध मिट्टी खनन से बन गयी झील, एक की मौत के बाद भी सो रहा प्रशासन
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फतेहपुर: योगी सरकार भले ही अवैध खनन को पूर्णतया बंद कराने का दावा कर रही हो, लेकिन उसका कोई प्रभाव नजर नहीं आ रहा। मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट रेलवे काॅरीडोर के निर्माण में लगातार अवैध खनन जारी है। जिला प्रशासन या फिर पुलिस के नुमाइन्दे इन अवैध खनन करने वाले ठेेकेदारों में लगाम लगा पाने में अब तक फेल साबित हुये। इस ड्रीम प्रोजेक्ट में हुये अवैध खनन के चलते एक छात्र की जान भी जा चुकी है। बावजूद इसके प्रशासन के अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है।

खागा तहसील के बरैचा गांव के आसपास किसानों के खेतों और ग्राम समाज की जमीनों को इन ठेकेदारों ने जेसीबी व पोकलैण्ड के जरियेे 10 से 15 फिट गहराई से मिट्टी की खुदाई कर अपना उल्लू सीधा किया है। जिला प्रशासन समेत खनन विभाग के नुमाइन्दे, हो रहे अवैध मिट्टी खनन से पूरी तरह से किनारा किये हुये हैं, जिसके चलते समूचा इलाका गहरी झील में तब्दील होता जा रहा है।

जनता में हर दिन किसी अनहोनी को लेकर चिंता की लकीरें खिंची रहती है। अवैध मिट्टी खनन को लेकर महीनों पहले से ग्रामीण लगातार शिकायत दर शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन अवैध खनन को रोकने की जिम्मेदारी निभाने वालों के कान में जूं तक नहीं रेंग सका। मामले पर जब जिला अधिकारी मदन पाल आर्य से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामला अब संज्ञान में आया है। इसके लिये एसडीएम व खनन विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेज कर जांच करायी जायेगी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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