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UP News: यूपी-बिहार सीमा क्षेत्रो में नहीं रूक रहा अबैध कच्ची दारू का कारोबार

UP News: यूपी- बिहार के सीमा पर स्थित तरयासुजान थाना क्षेत्र व कुछ तमकुहीराज थाना क्षेत्र के सीमांत गाँव में अवैध कच्ची शराब का धंधा जारी है।

Mohan Suryavanshi
Published on: 13 Dec 2022 6:41 AM GMT
Illegal raw liquor business in UP-Bihar border
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Illegal raw liquor business in UP-Bihar border (Photo- Newstrack)

UP News: कुशीनगर जनपद में अवैध कारोबारियों और पशु तश्करो में हड़कम्प मचा हुआ है। आये दिन पशु तस्कर मुठभेड़ में पकड़े जा रहे हैं। वहीं कुशीनगर, जो बिहार राज्य से सटे है सीमावर्ती क्षेत्र में अबैध कच्ची का कारोबार (Illegal raw liquor) चल रहा है। हलांकि पुलिस द्वारा समय समय पर कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया जाता लेकिन कुछ ही दिन बाद अवैध कारोबारी सेटिंग डेटिंग से फिर धंधा शुरू कर दे रहे हैं। यूपी- बिहार के सीमा पर स्थित तरयासुजान थाना क्षेत्र व कुछ तमकुहीराज थाना क्षेत्र के सीमांत गाँव ऐसे है जहाँ अक्सर होती है पुलिस की छापेमारी किंतु फिर कारोबार अपने पुराने ढर्रे पर पहुचते देर नही लगती जो आबकारी विभाग ( Excise Department) की कलई खोलती हैं।

छापेमारी से खुलती है अवैध कारोबारी की पोल

जनपद के तरह सुजान क्षेत्र में कच्ची दारू बनाने का कारोबार चलता है। सूत्रों के मुताबिक सलेमगढ़ का पासी टोला ,तरया सुजान का रेलवे ढाला, हफुआ, आदि जगहो पर कच्ची का कारोबार हो रहा है। पुलिस की छापेमारी में लहन बरामद होना कच्ची दारू बनने की कलई खोलता है। आबकारी विभाग सिर्फ खानापूर्ति करता है जिससे इन जगहों पर पुनः कच्ची का कारोबार शुरू हो जाता है। जानकार यह भी बताते हैं कि कुछ पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के लोग मिले हैं जो इस अवैध कारोबार को फलने फूलने में मदद करते हैं और इसके बदले में उन्हें भी अच्छी खासी आमदनी होती हैं।

बिहार में भी होती है कच्ची की खपत

कुशीनगर जनपद के सीमाई इलाके में बन रहे अवैध कच्ची दारू की खपत बिहार राज्य की सीमाई इलाकों में होता है । बिहार राज्य में शराबबंदी है इसलिए कारोबारी सप्लाई करके अधिक मुनाफा कमाते हैं। अवैध कच्ची के दारू कारोबार तमाम गरीब परिवार बुजुर्ग गए हैं कच्ची दारू देसी शराब और अंग्रेजी से काफी सस्ता होता है और उसमें तीव्रता अधिक भी होती है। इसलिए गरीब तबका आदमी जो दारू का आदी है कच्ची का सेवन करता है अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ परिवार को तहस-नहस कर रहा है।

जागरूकता और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग है जरूरी

कुशीनगर जनपद पिछड़ा जिला है यहां पर कच्ची दारू बनाने की संसाधन आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। कुछ तबके के लोग इस कारोबार में लिप्त हैं जो अपनी परिवारों को भी इसी में ढकेले हुए हैं । तत्काल आमदनी तो उन्हें हो रही है लेकिन दूरगामी परिणाम बहुत ही भयावह होगा। ऐसे में इनकी बीच जागरूकता लाने और उनको रोजगार मुहैया कराने की मुहिम की आवश्यकता है। सरकारी प्रयास के साथ-साथ सामाजिक संगठनों का सहयोग भी जरूरी है तभी जागरूकता लाकर के कच्ची से जनपद को निजात मिलेगी।

तरयासुजान थाना क्षेत्र के बहादुरपुर चौकी अंतर्गत सलेमगढ पासीटोला में बीते दिन हुई आबकारी विभाग के कार्यवाही से खुल रही है। अब ये बात अलग है कि इस आबकारी और पुलिसिया कार्यवाही के बाद कितने घंटे ये धंधा बंद रहेगा और जब चालू होगा तो आबकारी व बहादुरपुर पुलिस का क्या मतलब? इस संबंध में जब मोबाइल पर आबकारी इंसपेक्टर अमरनाथ कश्यप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अब कुछ कम हुआ है धीरे धीरे धंधा समाप्त हो जाएगा। यह पूछने पर कि कल कितने लोगों को जेल भेजा गया उन्होंने कहा कि कोई मिला ही नहीं मिला होता तो जेल जाता।

Shashi kant gautam

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