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Kushinagar: कुशीनगर में खूब फूल रहा अवैध बालू खनन का गोरख धंधा, पर्यावरण के लिए उत्पन्न हो रहा खतरा

Kushinagar: जनपद कप्तान गंज, तमकुही तहसील में अवैध बालू खनन का धंधा जोरों पर चल रहा है। खनन माफिया बालू का बैखौफ खनन कराकर मुंह मांगें दामों पर बेच रहे हैं।

Mohan Suryavanshi
Published on: 21 July 2022 10:34 AM GMT
Kushinagar News
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कुशीनगर में खूब फूल रहा अवैध बालू खनन का धंधा

Kushinagar: जनपद कप्तान गंज, तमकुही तहसील में अवैध बालू खनन का धंधा जोरों पर चल रहा है। खनन माफिया बालू का बैखौफ खनन कराकर मुंह मांगें दामों पर बेच रहे हैं। एक तरफ जहां राजस्व क्षति हो रही है तो दूसरे तरफ पर्यावरण के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा है। कुशीनगर जनपद सफेद बालू खनन माफियाओं के लिए महफूज जगह बना हुआ है। जनपद के छोटी गंडक नदी, बासी नदी और गंडक नदी में माफिया खनन कार्य करा रहे हैं।

बिहार प्रांत की सीमावर्ती क्षेत्र तमकुही में हो रहा खनन

तमकुही क्षेत्र (tamkuhi area) के जंगल सिसवां पर अवैध बालू खनन का कार्य पुलिस और विभागीय मिलीभगत से जोरों पर चल रहा है। पुलिस और विभागीय मिलीभगत का आलम यह है कि कारोबारी बेखौफ दिन के उजाले में नाव लगाकर बालू खनन का धंधा अंजाम दे रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से नदी में संचालित इस अवैध धंधे को तत्काल बंद करवा संलिप्तों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग किया है।

पड़ोसी प्रांत बिहार से सटे तमकुही तहसील के जंगल सिसवां के बांसी नदी में पुलिस और विभागीय मिलीभगत से अवैध खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है। कारोबारी दिन के उजाले में नाव लगाकर बालू खनन कर घाट पर इकट्ठा करते है और शाम 7 बजे से पूरी रात इकट्ठा किये बालू को पुलिस की मदद से मुहमांगी रकम पर कुबेरस्थान, पडरौना, विशुनपुरा और तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र में सप्लाई करते है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस कारोबारियों से प्रति ट्राली एक हजार की वसूली कर इस धंधे को अंजाम देने की खुली छुट देती है।

नहीं रोके रूक रहा है कप्तानगंज तहसील क्षेत्र में अवैध बालू खनन

जनपद के कप्तानगंज तहसील क्षेत्र (Kaptanganj Tehsil Area) में छोटी गंडक नदी के कई घाटो से अवैध खनन जारी है। प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद खनन माफिया बालू खनन करा कर मुंह मांगे दाम पर बालू बेच रहे हैं। इस अवैध कारोबार के फलने फूलने से जहां एक तरफ राजस्व की और पर्यावरण की क्षति हो रही है तो दूसरी तरफ महंगे दामों पर आम आदमी बालू खरीदने को मजबूर हैं । बालू खनन के कारोबार में सफेदपोश से लेकर खाकी वर्दी के लोगों का गठजोड़ है। रामकोला क्षेत्र के गांवों में प्रतिदिन दर्जनों गाड़ियां सफेद बालू लदी दिखती हैं ।आखिर जब बालू खनन पर रोक है तो कहां से आ रहे हैं बालू।

छोटी गंडक नदी पर चलते हैं कई अवैध खनन घाट

जनपद के कप्तानगंज और रामकोला थाना क्षेत्र के बीच में छोटी गंडक नदी बहती है। इसी नदी पर अवैध खनन होता है। छोटी गंडक नदी पर सुअरहा,रगड़गंज, विश्वनाथ पुर मुरली छपरा ,टेड़िया घाट, बभनौली सहित कई अवैध घाट चलते हैं ।इन्हीं घाटों से पुलिस की मिलीभगत से छोटी नाव द्वारा बालू खनन कराया जाता है तथा रात के अंधेरे में खनन किया हुआ बालू खनन माफिया ट्रालियो पर लदवाकर दूर गांव तक ले आकर बेचते हैं। जानकार बताते हैं कि हल्का तथा चौकी की पुलिस ट्राली के पीछे कमीशन बांधे हैं।

अवैध खनन का ग्रामीण कई बार किए हैं शिकायत

अवैध खनन को लेकर घाटों के निकट के गांव वाले लोग कई बार प्रशासन को शिकायत भी किए हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर कई बार छापा भी पड़ा । इस छापे का प्रभाव कुछ ही दिन रहा लेकिन फिर सेटिंग डेटिंग से काम शुरू हो जा रहा है ।

तेज तर्रार एस डीएम के आने पर भयभीत रहते हैं खनन माफिया

जनपद के कप्तानगंज या तमकुही तहसील में तेज तर्रार एसडीएम के आने पर बालू माफियाओं में दहशत में रहते हैं। कप्तानगंज के पूर्व एसडीएम गोपाल शर्मा (Former SDM Gopal Sharma) जिनका अभी कुछ दिन पूर्व स्थानांतरण हुआ है उनसे बालू खनन माफिया भयभीत थे। युवा तेजतर्रार एसडीएम को बहुत ही कम दिन कप्तानगंज तहसील में कार्य करने का अवसर मिला, लेकिन उनके इस अल्पावधि काल में खनन माफियाओं में दहशत फैल गई थी। हालांकि नवागत एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव (New SDM Ratnika Srivastava) ने भी पहले ही दिन बाबू देवरिया के कोटिया टोला पर छोटी गंडक नदी के समीप करीब 15 ट्राली अवैध बालू एकत्र की सूचना मिली उन्होंने तत्काल राजस्व टीम भेजकर बालू को वापस नदी में बहा दिया।

Deepak Kumar

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