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मीट कारोबारियों में योगी एक्शन से मचा हडकंप, कहीं चल रहे अवैध बूचड़खाने, तो कहीं लगी आग

sujeetkumar
Published on: 22 March 2017 2:17 PM IST
मीट कारोबारियों में योगी एक्शन से मचा हडकंप, कहीं चल रहे अवैध बूचड़खाने, तो कहीं लगी आग
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लखनऊ: यूपी में सत्ता बदलते ही पुलिस प्रशासन और नगर निगम एक्शन में आ गया है। जो यूपी के नए सीएम आदित्यनाथ योगी के निर्देशों पर खरा उतरना चाहता है। सोमवार (19 मार्च) से बुधवार (22 मार्च) तक कई जिलों के अवैध कसाईखानों पर पुलिस प्रशासन और नगर निगम ने कार्रवाई की है, और अवैध चल रहे बूचड़खानों और मीट की दुकानों पर ताले लटकाएं हैं।

पुलिस और नगर निगम ने इलाहाबाद, मथुरा, हाथरस, मेरठ, शामली, आगरा, लखनऊ जैसे बड़े शहरों में चल रहे बूचड़खानो और मीट की दुकानों पर जाकर कार्रवाई की है।

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मीट की दुकानों को सीज किया

-पुलिस और नगर निगम की टीम ने मिलकर मीट की अवैध दुकानों पर छापेमारी की।

-मड़ियांव थाना क्षेत्र के आईआईएम रोड की दुकानों पर छापेमारी कर मीट की दुकानों को सीज कर दिया।

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मेरठ/शामली: यूपी में सत्ता बदलते ही पुलिस प्रशासन भी एक्शन में आ गया है। यूपी के नए सीएम आदित्यनाथ योगी को एक्शन में देखते हुए मीट कारोबारियों में हडकंप मचा हुआ है। तीन दिनों से जिले में मीट की आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। फैक्ट्रियों में तो मांस का कटान होता रहा, लेकिन शहर में मांस की आपूर्ति प्रभावित हुई है।

यूपी के शामली में अभी कई जगहों पर अवैध बूचड़खानो चल रहे है। शहर के काजीवाडा और मुस्लिम मौहल्लों में खुले आम पशुओं का कटान होता है। अवैध रूप से चल रहे इन बूचड़खानो की पुलिस प्रशासन को सूचना भी है, लेकिन मोटी रकम के करण अभी इन दुकानों पर ताला नहीं लग पाया है।

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बीजेपी ने किया था कत्लखानों पर प्रतिबंद लगाने का दावा

प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी ने अपने चुनावी एजेंडे में यांत्रिक कत्लखानों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था। अवैध रूप से चलने वाले बूचडखाने भी बंद किए जाऐंगे। सीएम द्वारा शपथ लेते ही इसका असर देखने को मिला।

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यहां हो रही है आपूर्ति

घोसीपुर के फैक्ट्री संचालकों ने भले ही शहर के सप्लाई होने वाले मीट के लिए कटान बंद कर दिया हो, लेकिन अवैध कटान अब भी धड़ल्ले से चल रहा है।

तारापुरी, रशीदनगर, शकूर नगर, श्यामनगर, फतेउल्लाहपुर रोड पर दर्जनों मीट विक्रेता अपने घरों में पशुओं को काटकर मुस्लिम इलाको में बेच रहे है।

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18 लाख आबादी में 10 हजार किलो मीट की जरूरत

नगर निगम की सीमा में आने वाले शहर की आबादी करीब साढ़े 18 लाख है। जिसमें से करीब आधी आबादी मुसलमानों की है। शहर में नगर निगम से करीब 250 लाइसेंस ही लिए गए है। शहर में मीट की करीब 500 दुकाने है। जहां लोगों के लिए करीब 10 हजार किलो मीट की रोज जरूरत पडती है।

बताया जा रहा है कि अवैध कटान रुकने की वजह से आधा मीट ही शहर में पहुंचा।

फैक्ट्री में कभी अवैध काम नहीं हुआ

निदेशक अल फहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड हाजी याकूब कुरैशी ने कहा पहले भी वैध काम हो रहे थे, लेकिन हमारी फैक्ट्री में कभी अवैध काम नहीं हुआ है

शहर के बडे रोजगार में मीट कारोबार भी है। जिसके लिए नगर निगम को व्यवस्था करानी चाहिए।

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हरेंद्रनगर नाला

शामली के हरेंद्रनगर नाला पटरी पर स्थित बूचड़खाने में एक दिन में 40 पशुओं का कटान हो रहा है। पशुओं के मीट के लिए 8 लाईसेंस, बकरे के कटान के लिए 4 लाईसेंस और मुर्गा के मीट के लिए 10 लाईसेंस है। 2012 में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रंण बोर्ड ने नए लाईसेंस और पुराने लाईसेंस के नवीनीकरण पर प्रतिबंध भी लगा है। इसके बाद से सभी मीट की दुकाने अवैध रूप से चल रही है।

काजीवाडा मौहल्ला

शामली के काजीवाडा मौहल्ले में सुबह से ही अवैध कटान शुरू हो जाता है। जहां करीबन 24 दुकाने है। हालांकि चार पांच दुकानदारों के पास लाईसेंस भी है। जिनका 2012 के बाद से नवीनीकरण नहीं हुआ है।

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आजाद चौक

मुर्गा और मछली मीट की छह से सात दुकानें है। कलंदशाह और तैमूरशाह में खाली पडे प्लाटों में पशुओं का अवैध कटान होता है।

बर्फखाने वाली गली

नौकुआ रोड बर्फखाने वाली गली, डा. खुर्शीद वाली गली और एक अन्य कई स्थानो पर मीट कटान के लिए मकान है।

क्या कहा पुलिस ने

पशुओं के अवैध कटान का मामला अगर सामने आता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बूचड़खाना पहले ही बंद हो चुके है। पालिका ने इस दौरान पशु कटान का न तो कोई लाइसेंस जारी किया है और न ही किसी लाइसेंस का नवीनीकरण किया है।

आगे की स्लाइड में पढ़ें हाथरस में बीती रात तीन मीट शॉप जलकर खाक...

हाथरस: बूचड़खानों और अवैध मीट विक्रेताओं के खिलाफ हो रही प्रशासनिक कार्रवाई के बीच यूपी के हाथरस के कांशीराम टाउनशिप के पास मंगलवार बीती रात तीन मीट शॉप जलकर खाक हो गई। इन दुकाम के मालिकों का आरोप है कि यह आग शरारती तत्वों ने लगाई है। आग लगने की जानकारी उन्हें रात 3 बजे मिली थी।

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75 हजार का नुकसान

आग लगने से करीब 75 हजार का नुकसान हुआ है। इस मामले पर शॉपकीपर अभी किसी का नाम लेने से परहेज कर रहे है। दुकानवालों के मुताबिक पिछले 10 साल ऐसा मामला कभी नहीं हुआ। इस घटना से एक समुदाय के लोगो में सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश है, वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़ितों से जानकारी ली है, और मामले की जांच हो रही है।

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आगरा: नगर निगम की टीम ने तीन अवैध बूचडखानों पर कार्रवाई कर उन्हें बंद कर दिया। एडीएम प्रशासन राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक अगर कही पशुओं का अवैध रूप से कटान हो रहा है, तो उसको सख्ती से रोका जाए। बुधवार 22 मार्च प्रशासनिक अधिकारीयों को फोन कर निर्देश दिए गए हैं कि वह अवैध रूप से चल रहे बूचडखानों को बंद कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें।

आगे की स्लाइड में पढ़ें सबसे पहले किस शहर में हुई थी कार्रवाई...

इलाहाबाद : यूपी में बीजेपी की सरकार आते ही पहली कार्रवाई अवैध बूचड़खानों पर हुई। सोमवार (19 मार्च) की रात आनन फानन में बंद हुए कसाईखानों से शहर में हडकंप मच गया। इलाहाबाद के करेली स्थित अटाला और कीडगंज के रामबाग में दो और नै चकदोंदी मोहल्ले में बूचड़खाने हैं। मई 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।

बाद में उन्हें मानक के अनुरूप उच्चीकृत करने की बात पर खोला दिया गया। सोमवार रात जिला प्रशासन और नगर निगम के पशुधन अधिकारी डॉ. धीरज गोयल द्वारा कत्लखानों पर ताला लगा दिया गया। अवैध तरीके से रामबाग में जानवर न काटे जाएं, इसके लिए सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं।

आगे की स्लाइड में पढ़ें अवैध दुकान चला रहे कुछ दुकानदार भागे ...

मथुरा: थाना गोविंदनगर और कोतवाली इलाके में चल रहे अवैध कसाईखानों पर बुधवार को पुलिस प्रशासन ने छापेमारी की और 6 दुकानों को सील कर दिया । कार्रवाई को होता देख मीट व्यपारियों में हड़कंप मच गया। जिनमें से अवैध दुकान चला रहे कुछ दुकानदार पहले ही भाग खड़े हुए। प्रशासन ने अवैध बूचड़खानों और मीट की दुकान चलाने वालो के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज कर ली है।

आगे की स्लाइड में पढ़ें क्या कहा आगरा मंडल के आयुक्त ने...

बुधवार को मथुरा पहुंचे आगरा मंडल के आयुक्त चंद्रकांत ने पत्रकारों से बातचीत कर कहा कि मथुरा जिले में वैध रूप से एक भी बूचड़खाना नहीं है। अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों को सील किया जाएगा। हर हाल में पशुओं का कटान नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होने प्रशासनिक अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वह हर हाल में शांति व्यवस्था कायम रखें। सरकार बेहतर प्रशासन पर जोर दे रही है इसके लिए उन्होंने सभी अफसरों से सुबह 10 बजे अपने कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।

कमिश्नर के साथ ही मथुरा आए आगरा परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक महेश कुमार मिश्रा ने पुलिस अफसरों से बातचीत कर कहा कि पीड़ितों की रिपोर्ट हर हाल में दर्ज की जाए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड के गठन जानकारी भी दी।

डीआईजी श्री मिश्रा ने बताया कि जिन जगहों पर नकल कराने की सूचना मिल रही हैं, उन स्थानों पर पुलिस कार्रवाई करे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्होंने सभी पुलिस अफसरों को साफ निर्देश दिए हैं।

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