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Sonbhadra News: पोल्ट्री फार्म के जरिए संवारेंगे आदिवासियों की तकदीर, चंद्र विजय सिंह

Sonbhadra News: तय किया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल 300 परिवारों का चयन किया जाएगा। परिणाम बेहतर रूप में सामने आया तो धीरे-धीरे इसको पूरे सोनभद्र में विस्तार दिया जाएगा

Kaushlendra Pandey
Published on: 20 Sep 2022 1:51 PM GMT
Sonbhadra News improve fortune tribals through poultry farm DM Chandra Vijay Singh
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Sonbhadra News improve fortune tribals through poultry farm DM Chandra Vijay Singh

Sonbhadra News: आर्थिक तंगी का सामना कर रहे आदिवासी परिवारों को, पोल्टी फार्म के जरिए उनकी तकदीर संवारने का काम किया जाएगा। इसको लेकर डीएम चंद्र विजय सिंह की राष्ट्रीय लघु धारक कुक्कुट विकास न्यास (एनएसएचपीडीटी) भोपाल के पदाधिकारी दीपक तुशीर, पुष्पेश, कृष्णशीला कोल परियोजना के प्रतिनिधि ओमवीर सिंह के साथ बैठक हुई। तय किया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल 300 परिवारों का चयन किया जाएगा। परिणाम बेहतर रूप में सामने आया तो धीरे-धीरे इसको पूरे सोनभद्र में विस्तार दिया जाएगा। प्लान पूरी तरह से सक्सेस हो, इसके लिए महिलाओं को इस कारोबार के संचालन की जिम्मेदारी और ज्यादा से ज्यादा महिला लाभार्थी के चयन का प्रयास किया जाएगा।

इसको लेकर सर्वे करने वाली टीम ने डीएम को जानकारी दी कि अनपरा से सटे कुलडोमरी गांव का प्रारंभिक सर्वेक्षण किया गया है। उसमें पाया गया कि यह आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है और अधिकांश परिवारों के पास आय का कोई स्थायी स्रोत नहीं है। डीएम ने बताया कि इसके लिए सीएसआर के तहत जिला प्रशासन, पूर्ण प्रारंभिक सेटअप के लिए निधि प्रदान करेगा। इसके लिए कुक्कुट विकास न्यास को किश्तों के माध्यम से धनराशि जारी की जाएगी। उनके माध्यम से तीन सौ लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। उसमें ज्यादातर महिला लाभार्थी हो, इसका विशेष ख्याल रखना होगा। लाभार्थियों के चयन में एससी-'एसटी श्रेणी, बीपीएल धारक और भूमि की उपलब्धता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

व्यवसाय शुरू करने के लिए दी जाएंगी यह सुविधाएं

प्रत्येक लाभार्थी को पोल्ट्री फर्म के प्रारंभ करने का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रजनन और हैचिंग के लिए हर सेटअप में ब्राॅलर, बाद में ब्राउजर को एनएसएचपीडीटी के माध्यम से बाजार में बेचा जाएगा। डीएम ने बताया कि एक लाभार्थी के लिए प्रारंभिक लागत एक लाख 75 हजार रखी गई है, जिसमें से लगभग 80 प्रतिशत का उपयोग खलिहान के निर्माण के लिए किया जाएगा और शेष धनराशि का उपयोग ब्राॅलर और फिड के लिए होगा।

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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