TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

विकास कार्य की राह देखते थक गयी गांववालों की आंखें, सालों से नहीं हुआ ये काम

लोगों की सहूलियत के लिए सरकार द्वारा कई प्रबंध किए जा रहे हैं। मगर अधीनस्थ अधिकारी व जनप्रतिनिधि उनकी योजनाओं को लापरवाही की भेंट चढ़ाने में लगे हुए हैं।

Newstrack
Published on: 18 Aug 2020 2:51 PM IST
विकास कार्य की राह देखते थक गयी गांववालों की आंखें, सालों से नहीं हुआ ये काम
X
विकास कार्य की राह देखते थक गयी गांववालों की आंखें, सालों से नहीं हुआ ये काम

औरैया: लोगों की सहूलियत के लिए सरकार द्वारा कई प्रबंध किए जा रहे हैं। मगर अधीनस्थ अधिकारी व जनप्रतिनिधि उनकी योजनाओं को लापरवाही की भेंट चढ़ाने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला विकासखंड औरैया की ग्राम पंचायत जनेतपुर धौरेरा में देखने को मिला। जिसमें प्रधान के खाते में पैसा होने के बावजूद सचिव व प्रधान की मिलीभगत से आज तक किसी भी प्रकार का विकास कार्य गांव में नहीं हो सका।

ग्रामीण थक गए हैं

विकास खंड की ग्राम पंचायत जुनेतपुर धोरेरा के ग्रामीण विकास की राह देखते देखते थक गए हैं। अब उन्हें अपने गांव का विकास होता हुआ नहीं दिख रहा है। ग्रामीणों और ग्राम प्रधान की माने तो विकास कार्य कराए जाने के लिए धन तो उपलब्ध है। मगर आज तक न तो विकास हुआ न ही किसी प्रकार का गांव में कार्य हुआ। सचिव व प्रधान की लापरवाही का दंश ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है।

वह लोग ऊबड़ खाबड़ गलियों से होकर गुजरते हैं और अपने आप को कोस रहे हैं। यहां के पंचायत भवन का हाल ऐसा है कि उसमें दरवाजे तक टूटे पड़े हैं और जो पैसा टाइल्स लगाए जाने के लिए आया था वह भी अब तक नहीं लग पाए हैं। गांव के ज्यादातर हैंडपंप खराब पड़े हैं, प्रधान से ठीक कराए जाने के लिए कई बार कहा गया मगर उन्होंने ग्रामीणों की बात को अनसुना कर दिया।

ये भी पढ़ें:मायावती आक्रामकः यूपी सरकार, सपा व कांग्रेस को लपेटा, कानून के राज का मामला

ग्राम पंचायत जनेतपुर धोरेरा के ग्रामीण कमल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव में जो पंचायत घर बना हुआ है वह भी जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। बीते 5 वर्षों में इसकी कभी भी कोई मरम्मत नहीं हुई और प्रतिवर्ष आने वाला रंगाई पुताई का पैसा भी पता नहीं कहां चला गया। यह बात सोचने की है। उन्होंने बताया कि पंचायत घर के दरवाजे टूटे पड़े हैं और जो टाइल्स लगाए जाने के लिए पैसा आया था वह भी अब तक नहीं लगाए जा सके हैं।

ग्रामीण रूबी का कहना है कि प्रधान द्वारा उन्हें आज तक कॉलोनी नहीं दी गई है। जबकि वह टीन सेड में अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि यहां की गलियां भी ऐसी हैं जिनमें पैदल निकलना तक दूभर हो जाता है।

ग्रामीण भीम सिंह ने बताया

ग्रामीण भीम सिंह ने बताया कि यह जो सड़क दिखाई दे रही है इसे बनवाए जाने के लिए पैसा तो आया था। मगर आज तक उस पैसे का पता नहीं चला। जबकि गुलाब श्री का कहना है कई दिनों से उनके घर के पास लगा हैंडपंप खराब है।

इस बारे में उन्होंने ग्राम प्रधान से भी कहा मगर उन्होंने इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं कराया है। गुलाब श्री ने बताया कि गांव में पानी की बहुत अधिक समस्या है। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में उन्होंने सचिव सर्वेश दुबे को भी जानकारी दी। मगर उन्होंने कहा कि अभी उनके पास समय नहीं है। जैसे ही समय मिलेगा वह कार्य निपटा देंगे।

विकास कार्य की राह देखते थक गयी गांववालों की आंखें, सालों से नहीं हुआ ये काम

ये भी पढ़ें:यूपीः कोरोना पॉजिटिव टीचर के होम आइसोलेशन को माना जाएगा ड्यूटी, आदेश जारी

ग्राम प्रधान नरेश सिंह राजपूत का कहना है की सड़कों को बनवाने के लिए पैसा तो आया है मगर शुरू के एक वर्ष में उनका स्वास्थ्य खराब था। इसलिए कोई भी कार्य नहीं हो सके। बताया कि पंचायत भवन में गांव के प्रस्तावित कार्यों की सूची लगी हुई है उसमें से आप पता कर सकते हैं।

वही एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया की विकास कार्यों के लिए खाते में पैसा तो उपलब्ध है मगर अब पांच माह में सभी पैसा खत्म हो जाएगा। जिससे वह तेजी से विकास कार्य कराएंगे।

रिपोर्टर- प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story