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महिला थाना इंचार्ज का तुगलकी फरमान: फरियादियों के लिए 8 बजे के बाद गेट बंद, होमगार्डों को सख्त आदेश

महिला थाना इंचार्ज का तुगलकी फरमान: शामली में रात्रि 8:00 बजे के बाद महिला थाने के गेट बंद हो जाते हैं। गेट बंद करके थाने के अंदर ए सी चलाकर अफसर खर्राटे लेते हैं ।

Pankaj Prajapati
Published on: 6 July 2022 4:16 PM IST
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Shamli News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) कानून व्यवस्था (Law and order) के मुद्दे पर अपनी शेखियां बघारती फिर रही है। लेकिन शामली नगर के महिला थाने (Mahila Thana) में सरकार की नहीं बल्कि महिला अफसरों का तुगलकी आदेश चलता है। इस थाने के दरवाजे 8:00 बजे बंद कर दिए जाते हैं। थाने के बाहर पहरा दे रहे होमगार्ड के जवान को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि वे या अन्य कोई भी फरियादी पुरुष या महिला 8:00 बजे के बाद थाने में प्रवेश नहीं करेगा।

बता दें कि 42 डिग्री तापमान की उमस भरी गर्मी में होमगार्ड के जवान सारी रात गेट के बाहर बैठकर ड्यूटी देने को मजबूर हैं। यहां ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवानों से बात की गई तो उनका साफ तौर पर कहना था कि महिला थाने की प्रभारी संध्या वर्मा ने उन्हें साफ तौर पर निर्देश दे रखे हैं कि वह गेट के बाहर रहकर ड्यूटी करेंगे। और 8:00 बजे के बाद किसी भी फरियादी पुरुष या महिला को अंदर नहीं आने देंगे।

थाने के गेट के बाहर खड़े होकर ड्यूटी देते हैं होमगार्ड

उनका कहना था की बारिश हो या गर्मी हो उनके ऊपर भी यही आदेश लागू होता है। उन्हें बड़ी कठिन परिस्थितियों में रात भर थाने के गेट के बाहर खड़े होकर ड्यूटी देनी पड़ती है। इन जवानों का यह भी कहना था कि इस संबंध में उन्होंने ऊपर के अधिकारियों के संज्ञान में बात पहुंचाई भी है। लेकिन उनकी बातों पर किसी ने गौर नहीं किया गया। यदि वह इस मामले में अधिक शिकायत करेंगे तो उनकी गैर हाजिरी दर्ज कर दी जाएगी।

कोई कुछ भी कह ले, हम नहीं सुधरेंगे

सरकारी आदेशों के अंतर्गत थाने के गेट, फरियादियों के लिए 24 घंटे खुले रहने चाहिए जहां एक ओर योगी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था के बेहतर होने के दावे करती है। तो वहीं दूसरी तरफ शामली महिला थाने की प्रभारी संध्या वर्मा (Shamli Mahila Police Station in-charge Sandhya Verma) के तुगलकी आदेश साफ तौर पर इस बात को दर्शा रहे हैं कि थाने में सरकार का कानून नहीं बल्कि अफसरों का आदेश चलता है। वह जब चाहे तब पीड़ितों के लिए गेट खोल दें जब चाहे बंद कर दें "कोई कुछ भी कह ले, हम नहीं सुधरेंगे।"



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Shashi kant gautam

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