×

सहारनपुर से बड़ी खबर: भारी विरोध के बीच तालाब की 45 बीघा भूमि कब्जामुक्त

एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक नेतृत्व में एक टीम भेजी गई जिसने ट्रैक्टर चलवाकर कब्जे हटवाने शुरू किए लेकिन कब्जाधारकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। जानकारी मिलने पर एसडीएम खुद मौके पर पहुंचे और कब्जे हटवाने शुरू किए।

Shraddha Khare
Published on: 14 Feb 2021 4:02 PM IST
सहारनपुर से बड़ी खबर: भारी विरोध के बीच तालाब की 45 बीघा भूमि कब्जामुक्त
X
सहारनपुर से बड़ी खबर: भारी विरोध के बीच तालाब की 45 बीघा भूमि कब्जामुक्त

सहारनपुर: भारी विरोध के बीच तालाब की 45 बीघा भूमि कब्जामुक्त हुई। महिलाओं के भारी विरोध के बीच एसडीएम सदर अनिल कुमार सिंह द्वारा सहारनपुर जनपद के थाना चिलकाना क्षेत्र के ग्राम कालू माजरा में तालाब की 45 बीघा भूमि से अवैध कब्जे हटवाए गए। उच्चतम न्यायालय द्वारा राज्य सरकारों को निर्देश दिए गए हैं कि तालाब,पोखर,जोहड़ आदि से अवैध कब्जे हटवाकर उन्हें मूल स्थिति में बहाल किया जाए।

अवैध कब्जे हटाने के लिए चार टीमों का हुआ गठन

न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में तालाबों से कब्जे हटाने के लिए जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारियों को उत्तरदायी बनाया गया है। तहसील सहारनपुर के क्षेत्र में स्थित तालाबों से कब्जे हटवाने के लिए नायब तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक के नेतृत्व में चार टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों का प्रतिदिन का कार्यक्रम नियत करके कब्जे हटवाए जा रहे हैं। ग्राम कालूमाजरा के खसरा संख्या 10,12,13,25,26 व 77 आदि की लगभग 45 बीघा भूमि राजस्व अभिलेखों में तालाब दर्ज है।

कालूमाजरा के लोगों ने की शिकायत

इस जमीन पर समीप के गांव अहाड़ी के सुरेश पुत्र अतर सिंह,मेघराज पुत्र इंदर, किला देवी पत्नी रतिराम,यशपाल पुत्र सेवाराम, धर्मपाल पुत्र नत्थन, बालकराम व रोशनलाल पुत्रगण मामचंद,कुंता देवी पत्नी अतर सिंह आदि ने गन्ना, गेहूँ व सरसों की फसल बोकर कब्जा कर लिया था। क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा बार बार इन लोगों को अपनी फसल हटाकर कब्जा छोड़ने के लिए कहा गया लेकिन कब्जा नहीं हटाया गया। इसी बीच कालूमाजरा के लोगों की शिकायत पर मंडलायुक्त सहारनपुर द्वारा एसडीएम सदर को कब्जे हटवाने के आदेश दिए गए।

awedh kabja

ट्रैक्टर चलवाकर कब्जे हटवाने की कोशिश

एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक नेतृत्व में एक टीम भेजी गई जिसने ट्रैक्टर चलवाकर कब्जे हटवाने शुरू किए लेकिन कब्जाधारकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। जानकारी मिलने पर एसडीएम खुद मौके पर पहुंचे और कब्जे हटवाने शुरू किए। जिस पर कब्जाधारियों ने अपने परिवार की महिलाओं को आगे कर दिया। उक्त महिलाएं ट्रैक्टरों के आगे लेट गईं और अभियान रुकवाने की कोशिश की।

इस मौके पर एसडीएम ने लिया सख्त फैसला

महिलाओं ने ट्रैक्टर चालकों के साथ मारपीट भी की और ट्रैक्टरों की चाभियां भी छीनने का प्रयास किया। माहौल बिगड़ते देखकर एसडीएम द्वारा सख्त रुख अपनाया गया और थाना चिलकाना से अतिरिक्त पुलिस बल के साथ साथ महिला पुलिस बल और महिला लेखपालों को मौके पर बुलाया गया। एक दो महिलाओं ने एक महिला कॉन्स्टेबल और महिला लेखपालों से हाथापाई भी की जिन्हें हिरासत में लेकर थाने भेज दिया गया और ट्रैक्टर चलवाकर पूरी भूमि को कब्जामुक्त करा लिया गया। बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कारवाई की जाएगी।

ये भी पढ़े.....पुलवामा की बरसीः सात किलो आरडीएक्स के संकेत, पाक मांगे रिपीट बालाकोट

मौके पर मौजूद रही पुलिस और राजस्व टीम

इस भूमि को मौके पर मौजूद पंचायत सेक्रेटरी की सुपुर्दगी में देकर खुदाई कराने के निर्देश दिए गए। इस दौरान एसडीएम सदर के अलावा थाना चिलकाना पुलिस और राजस्व टीम मौजूद रही ।उपजिलाधिकारी नेे सरकारी जमीनों पर काबिज लोगों को पुनः चेतावनी दी गई है कि वे सरकारी जमीनों से तत्काल अपने कब्जे हटा लें अन्यथा उनके खिलाफ जुर्माने के साथ साथ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। बार बार कब्जे करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ भूमाफिया अधिनियम के अंतर्गत भी कारवाई की जाएगी। यह भी बताया गया कि तहसील सदर का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।

रिपोर्ट : नीना जैन

ये भी पढ़े.....किसान की दर्दनाक मौत: औरैया में मौत बन कर घूम रहे सांड, आए दिन हो रहे हादसे

दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



Shraddha Khare

Shraddha Khare

Next Story