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यूपी-बिहार के अपराधियों की सांठगांठ से बढ़ रहे हैं अपराध
यूपी के कारतूसों से बिहार में कत्ल हो रहे हैं। यूपी पुलिस के पत्र से यह खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि यूपी से लाइसेंसी हथियारों के करोड़ों रुपए के कारतूस गायब हैं। इन कारतूसों की बिहार में कालाबाजारी हो रही है। कारतूस के बदले बिहार से अवैध हथियारों की सप्लाई यूपी में की जा रही है।
लखनऊ: यूपी के कारतूसों से बिहार में कत्ल हो रहे हैं। यूपी पुलिस के पत्र से यह खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि यूपी से लाइसेंसी हथियारों के करोड़ों रुपए के कारतूस गायब हैं। इन कारतूसों की बिहार में कालाबाजारी हो रही है। कारतूस के बदले बिहार से अवैध हथियारों की सप्लाई यूपी में की जा रही है।
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यूपी के एडीजी(कानून व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री की ओर से बिहार पुलिस को लिखे पत्र में कहा गया है कि बिहार से हाल के दिनों में अवैध हथियारों की सप्लाई यूपी में बढ़ गई है। प्रदेश में होने वाली घटनाओं में अपराधी इन हथियारों का प्रयोग करने लगे हैं। कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने स्वीकारा था कि अपराध के लिए जो हथियार हम प्रयोग करते हैं वो ज्यादतर बिहार से आते हैं।
लोकसभा चुनाव के समय इन अपराधियों की निशानदेही पर ही यूपी पुलिस ने 10 हजार 575 अवैध हथियारों को जब्त किया था। इनमें से 90 प्रतिशत से ज्यादा हथियार बिहार के रास्ते यूपी जा रहे हैं। बिहार के अपराधी अवैध हथियार को बिहार से सटे गांवों से यूपी के अपराधियों तक पहुंचा रहे हैं। यूपी के अपराधी अवैध हथियारों के बदले में बिहार के अपराधियों को कारतूस देते हैं। यूपी में बिहार से आने वाले हथियारों से ही ज्यादतर हत्याएं हो रही हैं ।
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फिलहाल यूपी में हर साल लगभग 1500 हत्याएं होती हैं जबकि बिहार में प्रति वर्ष 800 से 1000 के बीच में हत्याएं हो रही हैं। यह सब बिहार और यूपी के अपराधियों की मजबूत सांठगांठ का परिणाम है। इनकी सांठगांठ तोड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाने की जरुरत है।