TRENDING TAGS :
कोरोना वायरस का बढ़ता खतरा, सरकार के साथ स्कूल प्रबंधन भी अलर्ट
कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भले ही राज्य सरकार अलर्ट हो पर स्कूलों में अपने बच्चों को लेकर उनके माता पिता बेहद गंभीर हैं। वह अपने बच्चों को स्कूल भेजने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं।
लखनऊ: कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भले ही राज्य सरकार अलर्ट हो पर स्कूलों में अपने बच्चों को लेकर उनके माता पिता बेहद गंभीर हैं। वह अपने बच्चों को स्कूल भेजने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं। वहीं स्कूल प्रबन्धन भी किसी भी इसे लेकर कोई ठोस फैसला नहीं ले पा रहा है।
लामार्टिनियर बॉयज कॉलेज में कोरोना के मामले
यूपी की राजधानी लखनऊ के ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज में बुधवार को कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद अन्य स्कूल प्रबंधन भी सतर्क हैं। कई निजी स्कूलों ने हर क्लास में 20 के बजाय 12 बच्चों को ही बैठाने का फैसला किया है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व में राज्य सरकार प्राइमरी स्कूलों को एक मार्च से खोलने के लिए हरी झण्डी दिखा चुका है। पर मां बाप अभी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।
ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने पर रोक
राजधानी लखनऊ के कई बड़े स्कूलों ने फिलहाल पहली मार्च से कक्षा एक से पांच तक की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने पर रोक लगा दी है। इससे पहले शासन ने करीब एक साल बाद पहली मार्च से स्कूलों में प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दी थी। जबकि कई निजी स्कूल एक मार्च से पहली से पांचवीं तक के बच्चों को बुलाने से कतरा रहे हैं औरऑनलाइन क्लास ही जारी रखने की दलील दे रहे हैं। जो स्कूल खुले हैं वहां का प्रबन्धन 6 से 8 तक की हर क्लास में अब 20 बच्चों के बजाय 12 बच्चों को बैठाने की योजना बनाई है।
ये भी पढ़ें : जौनपुर में बोले अखिलेश यादव, प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त, जंगलराज कायम
स्कूल-कॉलेजों में रैंडम सैम्पलिंग होगी
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सरकार ने फोकस टेस्टिंग को बढ़ाया है। इसके तहत स्कूल-कॉलेजों में रैंडम सैम्पलिंग होगी। अब अगले 4 दिनों तक संस्थानों में रैंडम जांच की जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश के हर जिले में बाहर से आने वाले लोगों की सूचना देने के लिए सभी होटल को भी निर्देश दिया गया है।
एक मार्च से प्रदेश में कक्षा एक से लेकर कक्षा पांच तक के स्कूलों में भी पढ़ाई शुरू की जाएगी। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग और चैकन्ना हो गया है। दूसरे राज्यों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर और सर्तकता बरती जा रही है। अब तो जिलों में स्कूल-कॉलेजों के अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और बाजारों में रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कोरोना को लेकर ढिलाई बिल्कुल भी न बरतने की हिदायत दी है। फोकस टेस्टिंग के तहत पंद्रह दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है, इसे और आगे बढ़ाया जाएगा।
श्रीधर अग्निहोत्री
ये भी पढ़ें :योगी सरकार की कड़ी कार्रवाई, गृह विभाग के संयुक्त सचिव धीरेंद्र उपाध्याय निलंबित