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अजूबाः फरियादियों पर छिड़का गंगाजल, चर्चा में आए मेरठ के एसओ

गुरुवार के दिन यानी आज उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में फरियादियों पर तिलक और गंगाजल छिड़ककर चर्चा में आए थाना नौचंदी के..

Shweta
Published on: 1 April 2021 5:59 PM IST
अजूबाः फरियादियों पर छिड़का गंगाजल, चर्चा में आए मेरठ के एसओ
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यूपी पुलिस( सोशल मीडिया)

मेरठः गुरुवार के दिन यानी आज उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में फरियादियों पर तिलक और गंगाजल छिड़ककर चर्चा में आए थाना नौचंदी के इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा। पीड़ित का कहना है कि जब वह फरियाद लेकर थानाअध्यक्ष प्रेमचंद के पास गया तो इंस्पेक्टर ने शिकायत दर्ज करने के बजाए तिलक और गंगाजल छिड़कर समझौता करवाया।

अजूबाः फरियादियों पर छिड़का गंगाजल, चर्चा में आए मेरठ के एसओ

आप को बता दें कि यह मामला गाजियाबाद के शास्त्रीनगर का है। जिसमें एक 58 वर्षीय व्यक्ति दो महीने पहले एक तलाकशुदा महिला से मंदिर में सात फेरे लिया। जहां इस महिला का अपना 19 साल का लड़का है। शादी के बाद यह सभी एक साथ रहते हैं। वही इस वृद्ध व्यक्ति का आरोप है कि मां और उसका बेटा दोनों मिलकर उसे रोज मारते पीटते है।

वृद्ध पहुंचा थाने शिकायत दर्ज करानेः

गौरतलब है कि वृद्ध का आरोप है कि दोनों मां बेटा उसकी संपत्ति हड़पना चाहते है। इसकी शिकायत लेकर वह नौचंदी थाने पहुंच गया। जहां पर इंस्पेक्टर ने कार्रवाई करने के बजाए दोनों पक्षों में एक समझौतानामा लिखवाया। जिसमें कहा गया कि फाल्गुन शुल्क पक्ष शाक संवत विक्रम सम्वत 2066 को हम तीनों लोगों के बीच एक सहमति बनी है। अब हम तीनों देवमाता गायत्री देवी की शरण में जाएंगे। मां गायत्री की एक माला 108 का जाप नियमित रुप से करेंगे। सामान्य परिस्थतियों में ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पूर्ण श्रद्धा और सनातन हिन्दू धर्म के संस्कारों का अनुरूप आज से और अभी से अपना जीवन आगे बढ़ाएंगे।

पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत अफसरो से कियाः

न्याय के जगह गायत्री मंत्र पर पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत आज स्थानीय पुलिस के आला अफसरों से की है। वही कानून के जानकार इस तरह के समझौते को कानून के खिलाफ बता रहे हैं।

वरिष्ट अधिवक्ता ने कही यह बातः

कानून के वरिष्ट अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने कहा कि हमारा कानून आईपीसी,सीआरपीसी, और पुलिस मैनुअल से चलता है। इस तरह सी पुलिसिंग नहीं चलती।

इसपर क्या कहा इंस्पेक्टर प्रेमचंदः

हालांकि इंस्पेक्टर थाना नौचंदी प्रेमचंद शर्मा ने इस आरोप से इंकार किया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि समझौतानामा में उनके द्वारा ही लिखवाया गया है। जब पीड़ित वृद्ध तहरीर लेकर आया तो महिला और उसके बेटे पर मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया। लेकिन कुछ घंटे बाद दोनों पक्ष समझौतानामा लेकर आ गए। उसमें क्या लिखा इससे मेरा कोई लेना देना नहीं है।

इससे पहले भी चर्चा में आ चुके है इंस्पेक्टर प्रेमचंदः

आप को बता दें कि इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा पिछले दिनों उस समय चर्चा में आए। जब उन्होंने होली के दिन शराब वितरिक करने पर रोक लगाई। और इसके सात ही थाने में पुलिस कर्मियों को गंगाजल की बोतल और चंदन का टीका लगाने के लिए पेस्ट बांटा।

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रिपोर्टः सुशील कुमार

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