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Sonbhadra News: शर्मनाक हकीकतः संस्थागत प्रसव बना मजाक, टॉयलेट सीट पर महिला ने जना बच्चा, नवजात की मौत, जांच टीम गठित
Sonbhadra News: जिले में बेहतर प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित 100 बेड का मातृत्व अस्पताल दुर्व्यवस्थाओं का शिकार होकर रह गया है।
Sonbhadra News: जिले में बेहतर प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित 100 बेड का मातृत्व अस्पताल दुर्व्यवस्थाओं का शिकार होकर रह गया है। यहां बुधवार को प्रसव के लिए लाई गई एक महिला को भर्ती करने के लिए परिजन देर तक मिन्नत करते रहे लेकिन कोई न कोई बहाना बनाकर टाला जाता रहा। इस बीच प्रसव पीड़ा से कराह रही प्रसूता वाशरूम की तलब होने पर टायलेट रूम चली गई और वहीं असहनीय पीड़ा सहने के साथ ही बच्चे को जन्म दे दिया।
नवजात की मौत के बाद परिजनों ने किया जमकर हंगामा
वाशरूम में प्रसव के दौरान बच्चे का सिर टायलेट सीट में फंस गया और सिर में चोट लगने से बच्चे की मौत हो गई। इससे खफा परिजनों ने जहां जमकर हंगामा किया। वहीं भाजपा के लोगों ने भी अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाए। फिलहाल सीएमओ (CMO) डा. अश्वनी कुमार की तरफ से मामले में कार्रवाई के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
महिला को भर्ती करने के बजाए इंतजार कराया गया
बताते हैं कि जुगैल थाना क्षेत्र के जगनायक खरवार की पत्नी रश्मि को प्रसव पीड़ा होने पर, डिलेवरी के लिए बुधवार की सुबह जिला अस्पताल लाया गया, जहां मौजूद मिले कर्मी प्रसूता को भर्ती करने की बजाय कभी डॉक्टर के आने के बाद भर्ती करने तो कभी थोड़ा इंतजार करने की बात कहकर टालते रहे। इस बीच जहां परिजन अस्पताल में मौजूद स्टाफ और प्रबंधन के लोगों से मनुहार भी करते रहे लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बीच प्रसूता उठकर पास के टायलेट रूम में चली गई जहां उसे अचानक से असहनीय पीड़ा शुरू हो गई और उसने टायलेट रूम में ही बच्चे को जन्म दे दिया। टायलेट सीट खुली होने के कारण बच्चे का सिर उसी में जाकर फंस गया। जब इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बवाल की स्थिति बनती देख आनन-फानन में अस्पताल कर्मी पहुंचे और जच्चा-बच्चों दोनों को लेबर रूम ले गए लेकिन सिर में चोट में लगने के कारण कुछ देर बाद ही बच्चे की मौत हो गई। इससे खफा परिवार के लोगों ने जहां जमकर हंगामा किया। वहीं अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता संजीव तिवारी आदि ने इसको लेकर गहरी नाराजगी जताई। भाजपा नेताओं की अस्पताल प्रबंधन के लोगों से तीखी नोंकझोंक तो हुई ही, हंगामे की जानकारी पाकर पहुंचे सीएमओ डा. अश्वनी कुमार को भी वहां मौजूद लोगों और भाजपा नेताओं के नाराजगी का सामना करना पड़ा।
मातृत्व अस्पताल में इलाज के नाम पर किया जा रहा मजाकः संजीव
भाजपा नेता संजीव तिवारी ने बड़ा आरोप लगाया। कहा कि सौ बेड वाले मातृत्व अस्पताल में इलाज के नाम पर मजाक किया जा रहा है। यहां आने वाले मरीजों के समुचित उपचार की बजाय भगाने का प्रयास किया जाता है। यहां दलालों को संरक्षण दिया जा रहा है। कहा कि जब इस बारे में जिला अस्पताल के सीएमएस से बात की गई तो उन्होंने यह कहकर मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है, यह कहकर पल्ला झाड़ लिया। इतना बड़े अस्पताल जिसके संचालन के लिए हेरिटेड जैसे संस्था को जिम्मेदारी दी गई है, वहां इस अस्पताल के सीएमओ न तो मौके पर मौजूद हैं, न ही कोई डॉक्टर। उन्होंने सीएमओ डा. अश्वनी कुमार से नाराजगी जताते हुए, अस्पताल के संचालन की थर्ड पार्टी व्यवस्था तत्काल कराए जाने की भी मांग की।
अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए भेजा जा रहा पत्रः सीएमओ
सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। यहां अधीक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। यह बड़ी लापरवाही है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा रहा है। इसका संचालन करने वाली हेरिटेज संस्था को भी पत्र के जरिए स्थिति सुधारने के लिए चेतावनी दी जा रही है।