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उच्चस्तरीय मेडिकल टीम के साथ शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को कैंप करने का निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेरठ, आगरा तथा कानपुर में एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम के साथ शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए है।

Aditya Mishra
Published on: 10 May 2020 5:04 PM IST
उच्चस्तरीय मेडिकल टीम के साथ शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को कैंप करने का निर्देश
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डॉक्टर

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेरठ, आगरा तथा कानपुर में एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम के साथ शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए है।

मुख्यमंत्री ने आगरा में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को कैम्प करने के निर्देश दिए। साथ ही, पीजीआई से एक वरिष्ठ डाक्टर तथा पुलिस अधिकारी को भी भेजने के निर्देश दिए।

इसी तरह मेरठ में प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश के साथ चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कैम्प करने के निर्देश दिए।

अपने सरकारी आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे मुख्यमंत्री योगी ने विभिन्न राज्यों से यूपी के प्रवासी मजूदरों को सुरक्षित लाने के लिए एक सूची उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए कहा कि यूपी सरकार सभी प्रवासियों की सकुशल व सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।

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उन्होंने लाॅकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि अन्तर्राज्यीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाए। साथ ही, विभिन्न राज्यों की सीमाओं से कोई भी व्यक्ति पैदल न चले, हर हाल में पलायन को रोका जाए।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा परिस्थिति की माॅनीटरिंग के लिए आगरा, मेरठ तथा कानपुर जनपदों में भेजी जाए। साथ ही, मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, इन्हें सेनिटाइज भी किया जाए। इन किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को अच्छा भोजन पर्याप्त मात्रा में देना सुनिश्चित किया जाए।

सभी प्रवासी श्रमिकों और कामगारों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में उन्हें उपचारित किया जाए। सभी स्वस्थ प्रवासी श्रमिकों जरुरतमंदों को घर भेजते समय खाद्यान्न की किट एवं भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध करवायें।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी अस्पतालों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि जिलों में निरन्तर साफ-सफाई व सेनिटाइजेशन सुनिश्चित करने के साथ ही, कम्युनिटी किचन में खाना बनाने वालों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।

उन्होंने डोर स्टेप डिलीवरी तथा सप्लाई चेन को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों के मध्य राज्य के आयुष विभाग द्वारा लाॅन्च किए गए ‘आयुष कवच कोविड’ एप को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। इससे लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी, क्योंकि इसमें आयुर्वेद एवं योग के सम्बन्ध में काफी जानकारी मौजूद है।

योगी ने कोरोना संक्रमण की जांच के लिए टेस्टिंग क्षमता तथा पूल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में मौजूद वेण्टीलेटर्स को फंक्शनल किया जाए। इसके अलावा एनेस्थीशिया डाॅक्टरों की सूची भी बना ली जाए।

उन्हें ट्रेनिंग देकर वेण्टीलेटर्स संचालित कराए जाएं। उन्होंने इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि नर्सिंग, डेन्टल तथा इंजीनियरिंग काॅलेजों में एल-1 कोविड अस्पताल स्थापित किए जाएं, ताकि किसी भी आकस्मिकता से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस बल को इन्फेक्शन से बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं।

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Aditya Mishra

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