×

उन्नाव- रामू की फिल्मी कहानी, पत्नी को मानव तस्करों से आजाद कराया ऐसे

उन्नाव की कांशीराम कॉलोनी निवासी पीड़ित रामू ने बताया कि उनकी पत्नी उम्र लगभग 40 वर्ष है। उसको व उसकी पत्नी को..

Shweta
published by ShwetaReport by Avanish Kumar
Published on: 15 April 2021 3:56 PM IST
आरोपियों अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल
X

आरोपियों अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल  (newstrack.com) 

कानपुरः उत्तर प्रदेश के उन्नाव एक ऐसे ही युवक की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं जिसकी कहानी हाल ही में 14 अगस्त 2020 आई फिल्म खुदा हाफिज से बहुत मिलती जुलती है।जहां खुदा हाफिज फिल्म के हीरो समीर चौधरी (विद्युत जामवाल) और नर्गिस (शिवालीका ओबेराय) विदेश में नौकरी लगने के प्रलोभन में आकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह के चंगुल में फंस जाते हैं और फिर वहां जाकर नर्गिस (शिवालीका ओबेराय) फोन पर सारा घटनाक्रम हीरो समीर चौधरी (विद्युत जामवाल) को बताती है की वह यहां पर उसके साथ गलत हो रहा है और इतना सुनने के बाद फोन कट जाता है।

बता दें कि जिसके बाद हीरो समीर अपनी पत्नी नर्गिस को बचाने के लिए भारत से ओमान तक का सफर तय करते हैं और लंबी जद्दोजहद के बाद अपनी पत्नी को सुरक्षित वापस भारत ले आते हैं। यह फिल्म थी और जिसमें सभी किरदार काल्पनिक थे। लेकिन कानपुर में ऐसा ही एक वाक्य रामू नाम के एक युवक की असल जिंदगी में हुआ है और उसने अपनी पत्नी को भारत वापस लाने के लिए कानपुर पुलिस का सहारा लेते हुए कड़ी मशक्कत किया। कानपुर पुलिस ने भी रामू को उसकी पत्नी से मिलवाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए मानव तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और उनसे मिली जानकारी के चलते रामू की पत्नी को ओमान से वापस लाने की तैयारी में कानपुर पुलिस जुट गई है।

गौरतलब है कि उन्नाव की कांशीराम कॉलोनी निवासी पीड़ित रामू ने बताया कि उनकी पत्नी उम्र लगभग 40 वर्ष है। उसको व उसकी पत्नी को विदेश(ओमान) में हॉस्पिटल में नौकरी देने का प्रलोभन कानपुर के कर्नलगंज अंतर्गत रहने वाले अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल के द्वारा दिया गया था। घर की हालत ज्यादा ठीक ना होने के चलते रामू ने अपनी पत्नी को ओमान भेजने के लिए तैयार हो गया। लेकिन इस बीच रामू का संपर्क उसकी पत्नी से फोन पर नहीं हो पा रहा था जिसको लेकर वह बेहद परेशान था। काफी दिनों के बाद एक अननोन नंबर से रामू के पास फोन आया और फोन में उसकी पत्नी ने रोते हुए बताया कि ओमान में उसे एक व्यक्ति को बेच दिया गया है और उससे घर का सारा काम करना पड़ता है साथ ही साथ रोज उसका शारीरिक शोषण भी होता है। मुझे बचा लो मुझे वापस हिंदुस्तान आना है। इतना कहने के बाद रामू की बात नहीं हो पाई पत्नी की बात सुनने के बाद रामू ने अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल से अपनी पत्नी को वापस हिंदुस्तान बुलाने का आग्रह किया तो दोनों ही आरोपियों ने रामू से 22 हजार रुपये हिंदुस्तान वापसी का टिकट कहकर ले लिया और फिर कुछ दिन बाद एक लाख रुपये की मांग टिकट व अन्य कागजों के बनवाने की बात कही लेकिन जब उसने रुपए ना होने की बात कही तो दोनों ने ही मिलकर उसे धमकी दी कि वह अपनी पत्नी को दौबारा न देख पायेगा। लेकिन रामू ने पत्नी को वापस लाने की ठान ली थी और वह पुलिस के पास मदद के लिए पहुंच गयाा।

एक महिला पर मिलता है 20 से 25 हजार का कमीशन -

कानपुर पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना कर्नलगंज मे मुकदमा पंजीकृत करते हुए विदेश मंत्रालय भारत सरकार व भारतीय दुतावास ओमान से सम्पर्क कर पूरी घटना की जानकारी दी और जांच में पाया कि अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल के द्वारा रामू की पत्नी के अलावा अनेक महिलाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अवैध तरीके से टूरिस्ट वीजा पर ले जाया गया और वहाँ जबरदस्ती दूसरे कार्यों पर लगाया गया। जिसके बाद पुलिस की टीम नेे अतीकउर्र रहमान व मुज्जमिल को गिरफ्तार कर पूछताछ किया तो दोनों ने बताया कि उनके द्वारा अभी तक 20 महिलाओं को ओमान ले जाया गया है। इसके मुख्य एजेंटे दिल्ली, कर्नाटक, मुम्बई में रहते हैं जिन से फोन पर संपर्क होता है और उनके द्वारा जितनी महिलाओं की डिमांड की जाती है। उसे यह लोग पूरा करते हैं। जिसके बदले में इनको प्रत्येक महिला पर 25-30 हजार कमीशन मिलता है।

पूछताछ में दोनों ने बताया कि भारत से नौकरी करने के लिए ओमान या फिर वहां से अन्य जगह ले जाने तक महिलाओं को या पता ही नहीं चल पाता कि वह किस काम के लिए जा रही हैं। क्योंकि उन्हें यहां से ले जाने का सारा खर्चा मुख्य एजेंट ही उठाते हैं।यहां तक की टिकट का पैसा वीजा होटल में रुकने का खर्चा सब कुछ मुख्य एजेंट के द्वारा ही दिया जाता है।ओमान पहुंचने के बाद आयशा नाम की श्रीलंकन महिला द्वारा सभी महिलाओं को एयर पोर्ट से रिसीव किया जाता हैै और उसकेेे बाद आयशा के द्वारा फॉर्मेलिटी पूरी करने के बहाने सभी महिलाओं का पासपोर्ट व मोबाइल फोन जप्त कर लिया जाता है।उसके बाद वहीं पर तय किया जाता है किस महिला को कहां भेजना है।

क्या बोले अधिकारी -

डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल, कानपुर नगर ने बताया कि मानव तस्करी के प्रकरण की तह तक जा कर इसमें और भी लोग शामिल है का पता कर पीड़िता को यथा शीघ्र सुरक्षित भारत लाने का प्रयास किया जायेगा। जिसके चलते गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से इस प्रकरण से सम्बन्धित पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा रही है।अभी तक जितनी महिलाओं को भेजा गया।क्राइम बांच द्वारा विदेश मंत्रालय से वार्ता कर रामू की पत्नी व अन्य पीड़ित महिलाओं को सकुशल भारत लाने का प्रयास जारी है शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली ,मुम्बई एवं कर्नाटक में प्रयास जारी है।इनके अन्य साथी, एजेंटों, सब-एजेंटों की जानकारी की जा रही है।

Shweta

Shweta

Next Story